MFOI 2025 में ग्लोबल फार्मर बिजनेस नेटवर्क: किसान से उद्यमी बनने का महाकुंभ PM Kisan Update: जून में आ सकती है 20वीं किस्त, लाभार्थी तुरंत निपटाएं ये जरूरी काम Paddy Varieties: धान की ये 10 उन्नत किस्में कम पानी में देती हैं शानदार उपज, जानें इनके नाम और खासियतें किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 29 March, 2023 4:00 PM IST
गन्ना कृषि क्षेत्र में मशीनीकरण की जरुरत

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के सहयोग से लखनऊ में आईसी एमआर के परिसर में गन्ना कृषि में मशीनीकरण के मुद्दे पर एक सेमिनार आयोजित किया.

इस सेमिनार में केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न अधिकारियों ने भाग लिया, जिसमें, कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) के अध्यक्ष, प्रोफेसर विजय पॉल शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव और गन्ना आयुक्त (यूपी), संजय और अतिरिक्त सचिव, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के भूसरेड्डी और सुबोध सिंह मौजूद रहे.

इस सेमिनार में गन्ना उद्योग के लिए एक नए युग की शुरूआत के बारे में चर्चा की गई. जिसके लिए हर वास्तविक परिवर्तन की बात की गई. इसमें बताया गया कि वैश्विक कृषि के उपकरण बाजार में 2032 तक 238 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. खेती में शारीरिक श्रम की कमी और महंगे श्रम के कारण गन्ने की कृषि में मशीनीकरण की आवश्यकता है.

वर्तमान में देश में लगभग 2000 मैकेनिकल हार्वेस्टर चल रहे हैं, जो कुल गन्ने का लगभग 4 प्रतिशत ही हैं. जो ब्राजील, थाईलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे अन्य गन्ना उत्पादक देशों की तुलना में लगभग शून्य के बराबर है. यांत्रिक कटाई से किसानों के सामने होने वाली श्रम की समस्या को हल किया जा सकता है. और इससे गन्ने की कटाई में लगने वाले किसी भी अतिरिक्त लागत से सीधे किसानों को फायदा मिल सकता है.

ये भी पढ़ेंः आधुनिक तरीके से गन्ने की खेती करने का तरीका और फसल प्रबंधन

इस सेमिनार में  प्रौद्योगिकी निर्माताओं ने अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया और इसकी तकनीकी विकास के बारे में सूचित किया. इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन ने कहा कि चीनी उद्योग इस परिवर्तन का समर्थन करता है, हालांकि इसके कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों को सरकार के समर्थन की आवश्यकता होने वाली है.

English Summary: Sugar industry calls for mechanisation in sugarcane agriculture
Published on: 29 March 2023, 03:32 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now