सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 18 December, 2023 4:02 PM IST
बिना लाइसेंस इलायची की नीलामी करना पड़ेगा भारी!

Cardamom Auction: मसाला बोर्ड (Spices Board) ने बिना लाइसेंस प्राप्त किए इलायची की नीलामी करने वाली कंपनियों को सख्त चेतावनी दी है. बोर्ड ने इसे अवैध और नियमों का उल्लंघन बताया है. बोर्ड का कहना है कि अगर कोई कंपनी अवैध नीलामी करती हुए पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मसाला बोर्ड के निदेशक (विपणन) ने एक बयान में कहा कि इलायची की नीलामी बोर्ड द्वारा स्थापित इडुक्की के पुट्टाडी और तमिलनाडु के बोडिनायकनूर में ई-नीलामी केंद्रों के साथ-साथ अन्य राज्यों में मैन्युअल नीलामी के माध्यम से की जा रही है. बोर्ड ने नीलामीकर्ताओं को इलायची की नीलामी करने के लिए लाइसेंस जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि बिना लाइसेंस के निमाली नियमों का उल्लंघन है. ऐसा करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

बोर्ड ने इलायची उद्योग के हितधारकों से कहा है कि कोई भी व्यक्ति इलायची (लाइसेंसिंग और विपणन) नियम 1987 के प्रावधानों और मसाला बोर्ड अधिनियम 1986 के संशोधनों के तहत जारी लाइसेंस के बिना नीलामीकर्ता या इलायची के डीलर के रूप में व्यवसाय नहीं करेगा. बता दें कि इलायची उद्योग के विकास के लिए बोर्ड द्वारा समय-समय पर ऐसे निर्देश जारी करता रहता है. 

बोर्ड को मिली थी शिकायत 

दरअसल, स्पाइसेस बोर्ड को शिकायत मिली थी की तमिलनाडु के बोडिनायकनूर, कोम्बाई, कुमिली और इडुक्की में वंदनमेडु के पास कुछ कंपनियां समानांतर नीलामी कर रही हैं. जिससे अधिकृत नीलामी केंद्रों में हितधारकों की भागीदारी प्रभावित हो रशही है. इसी शिकायत के बाद बोर्ड ने ये निर्देश जारी किए हैं. एक लाइसेंस प्राप्त नीलामीकर्ता के साथ काम करने वाले एक अधिकारी ने कहा, "इस तरह की अवैध नीलामी ने किसानों और डीलरों को प्रभावित किया है. इससे कमोडिटी की कीमत वसूली पर भी असर पड़ा है."

केंद्र सरकार ने दिया आश्वासन 

बता दें कि इन कपनियों ने लगभग दो साल पहले समानांतर नीलामी शुरू की थी, जिसके बाद कुछ किसानों को कानूनी उपाय के लिए मसाला बोर्ड के खिलाफ मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. अधिकारी ने कहा कि किसानों की शिकायत के बाद केंद्र सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि समानांतर नीलामी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.

मांग बढ़ने से कीमतों में इजाफा 

इस बीच, निर्यात और घरेलू मांग बढ़ने के कारण इलायची की कीमतें बढ़कर 1,750 रुपये् प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं. अधिकारी ने कहा, अगले साल अप्रैल में आने वाले रमजान ने खाड़ी देशों में कई खरीदारों को अधिक इलायची खरीदने की सुविधा प्रदान की है, जिससे इस क्षेत्र को बढ़ावा मिला है.

English Summary: Spices Board warns of strict action against companies auctioning cardamom without license
Published on: 18 December 2023, 04:05 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now