Kharif Crops: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 17 सितंबर 2024 तक जारी की गई खरीफ फसलों की बुआई रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष बुआई क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. देशभर में खरीफ फसलों का कुल बुआई क्षेत्र 1096.65 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष के 1072.94 लाख हेक्टेयर से 23.71 लाख हेक्टेयर अधिक है. इस वृद्धि का श्रेय मौसम, भारतीय किसानों की कड़ी मेहनत और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को दिया जा सकता है.
धान की खेती में वृद्धि
धान की खेती में इस वर्ष विशेष रूप से वृद्धि देखने को मिली है. पिछले वर्ष जहां 393.57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुआई की गई थी, वहीं इस वर्ष यह क्षेत्र बढ़कर 410 लाख हेक्टेयर हो गया है. धान, भारत की मुख्य फसल होने के कारण, इस क्षेत्र में वृद्धि से किसानों की आय और कृषि उत्पादन में भी सुधार की उम्मीद है.
दलहन की खेती का क्षेत्र बढ़ा
दलहन की खेती के अंतर्गत भी क्षेत्रफल में वृद्धि दर्ज की गई है. इस वर्ष 127.77 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन की खेती की गई, जबकि पिछले वर्ष यह 118.43 लाख हेक्टेयर था. अरहर, मूंग और उड़द जैसी प्रमुख दालों की बुआई में भी बढ़ोतरी हुई है. अरहर का क्षेत्रफल 46.50 लाख हेक्टेयर, मूंग का 35.28 लाख हेक्टेयर, और उड़द का 30.44 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है.
श्री अन्न या मोटे अनाजों की खेती में प्रगति
श्री अन्न यानी मोटे अनाजों की बुआई में भी सुधार हुआ है. इस वर्ष 189.67 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मोटे अनाजों की बुआई की गई है, जो पिछले वर्ष के 183.11 लाख हेक्टेयर से अधिक है. मक्का की खेती में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जो 83.67 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस वर्ष 87.50 लाख हेक्टेयर हो गई है.
तिलहन की खेती में सुधार
तिलहन की खेती में भी सुधार देखने को मिला है. इस वर्ष 193.32 लाख हेक्टेयर में तिलहन की बुआई हुई, जो पिछले वर्ष के 190.37 लाख हेक्टेयर से अधिक है. मूंगफली और सोयाबीन जैसी फसलों की बुआई में भी प्रगति दर्ज की गई है.
गन्ने की खेती में मामूली वृद्धि
गन्ने की खेती का क्षेत्रफल मामूली रूप से बढ़ा है. इस वर्ष गन्ने की बुआई का क्षेत्र 57.68 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष के 57.11 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है.
कुल मिलाकर, इस वर्ष खरीफ फसलों के बुआई क्षेत्र में वृद्धि ने कृषि क्षेत्र में सकारात्मक संकेत दिए हैं, जो किसानों और सरकार की साझा प्रयासों का परिणाम है.