उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने मंगलवार को एक किसान गोष्ठी में कहा कि किसान ज्यादा से ज्यादा दलहनी फसलों की बुवाई करें और सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी योजना का लाभ उठाएं. उन्होंने कहा कि किसान अपने खेतों में जिप्सम का प्रयोग करें क्योंकि इसके प्रयोग से पैदावार अच्छी होती है. ये उक्त बातें कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही मिर्जापुर एनआईसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी ले सम्बोधन में कहा.
कृषि मंत्री ने कहा कि इस समय बरसात हो गई है अब किसानों को चाहिए की अपने खेत की गहरी जुताई कर ढैचा की बुवाई करें. जब ढैचा की फसल 40 दिन की हो जाए तो उसे खेतों में पलट दें. इससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी. फसल बीमा योजना पर उन्होंने कहा कि अब यह अनिवार्य न करके इसे स्वैच्छिक कर दिया गया है.इस गोष्ठी में उन्होंने एक महत्वपूर्ण सूचना दी है कि सरकार ने तय किया है कि अब जो भी किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के भागीदार नहीं बनना चाहते, उन्हें इसकी सूचना संबंधित बैंक शाखा को 31 जुलाई से सात दिन पूर्व प्रार्थना पत्र के माध्यम देनी होगी. कृषि मंत्री के अलावां प्रमुख सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश में बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक रसायनों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है.
देवेश चतुर्वेदी ने कहा किसानों के मांग के अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में धान का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. मिर्जापुर में नई धान प्रजाति के आवंटन व उत्पादन के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सभी प्रमाणित बीजों पर कृषि विभाग की तरफ से 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है और आगे भी अनवरत दी जाएगी. इस सब्सिडी का लाभ डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर के तहत किसानों के बैंक खातों में सीधे भेजा जायेगा.