किसानों के लिए एक बार फिर शिवराज सरकार तोहफा देने जा रही है. मध्यप्रदेश सरकार किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिले और कृषि उपज मंडियों में उन्हें तुलावटी और हम्माली न देने के लिए कानून में संशोधन करने जा रही है.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने उज्जैन में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को अब उनकी फसल का मर्जी का रेट मिलेगा और मंडी में लाई जाने वाली फसल में अब उन्हें तुलावटी और हम्माली नहीं देनी पड़ेगी. जिस प्रकार वेयर हाउसों पर सरकार किसान से उनकी फसल की खरीदी करती है और तुलावटी और हम्माली किसानों से न लेकर सरकार देती है.
कृषि उपज मंडियों में अभी इस व्यवस्था में किसान और व्यापारी आधा-आधा देते थे, लेकिन अब व्यापारी ही तुलावटी और हम्माली देगा. व्यापारी एसोसिएशन से सरकार की चर्चा हो चुकी है. शीघ्र ही संशोधन आदेश जारी किए जाएंगे.
कृषि मंत्री एवं किसान नेता पटेल ने कहा कि किसान अपनी फसल अब घर से भी बेच सकेगा. ऐप के माध्यम से वह अपनी फसल अपनी मर्जी के दामों पर बेचेगा . किसान को हम पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एमएसपी (MSP) वाला नहीं एमआरपी (MRP) वाला किसान बनाएंगे.
यह भी पढ़ें: कैलाश चौधरी ने बालोतरा में 'वोकल फॉर लोकल' अभियान के तहत हस्तशिल्प कलाकारों से किया सवांद, जानें पूरी खबर
आम किसान को फसल का उचित दाम मिलेगा तो किसान वर्ग समृद्ध होगा. किसान जब समृद्धशाली होगा तो देश आत्मनिर्भर बनेगा.