कांग्रेस के बाद लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर महागठबंधन का हिस्सा समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार (05 अप्रैल) को लखनऊ में अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. समाजवादी पार्टी के कार्यालय में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घोषणा पत्र जारी किया. उनके साथ उस दौरान पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी भी थे. इस दौरान अखिलेश यादव ने बार-बार सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन की बात बार-बार दोहराई. समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र को 'विजन डॉक्यूमेंट' नाम दिया है.
घोषणा पत्र में किया ये वादा
समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में 'समाजवादी पेंशन' योजना के तहत जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को 3,000 रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ढाई करोड़ से अधिक संपत्ति वालों पर 2 % का अतिरिक्त टैक्स लगाने, जीडीपी का 6 % शिक्षा पर खर्च करने सहित कई बिंदुओं को शामिल किया है. इसके साथ ही सत्ता में आने पर किसानों का 100 % कर्ज माफ किए जाने की बात घोषणा पत्र में कही गई है.
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को कई प्रधानमंत्री दिए हैं, अगर इस बार भी प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से होगा तो मुझे बहुत खुशी होगी. उन्होंने कहा, 'वर्तमान एनडीए सरकार ने गरीब को गरीब और अमीर को अमीर बनाया है. अगर हम खुशहाली चाहते हैं, तरक्की चाहते हैं तो वह बिना सामाजिक न्याय के मुमकिन नहीं है.' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'सरकार किसानों की आत्महत्या के आंकड़े छिपा रही है. सरकार बेरोजगारी और गरीबी के आंकड़े भी छिपा रही है. यह जरूरी है कि ये आंकड़े जनता के बीच जाएं.'
उन्होंने कहा कि, 'आज अमीरी और गरीबी की खाई बेहद गहरी हुई है. इसलिए हमारा घोषणापत्र नए विजन और सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन के वादे के साथ लोगों के बीच पहुंचेगा.' इसके अलावा अखिलेश यादव ने सेना में एक अलग 'अहीर रेजिमेंट' बनाने मांग की है.