भारतीय टीम 3 जनवरी से श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 और वनडे मैचों की घरेलू सीरीज खेलेगी. जिसके लिए सेलेक्टर्स ने टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है. इन दोनों सीरीज में टीम इंडिया के आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को जगह नहीं दी गई है.
श्रीलंका सीरीज से बाहर होने के बाद पंत के वनडे और टी20 भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है, दरअसल इसी साल भारत में एकदिवसीय विश्व कप खेला जाना है. ऐसे में सवाल बना है कि क्या पंत सिर्फ टेस्ट फॉर्मेट तक ही सिमट जाएंगे, या सेलेक्टर्स उन्हें वर्ल्ड कप टीम में जगह देंगे.
इस साल खेले जाएंगे 15 वनडे
वैसे देखा जाए तो अभी वनडे वर्ल्ड कप में अभी काफी समय है. टूर्नामेंट भारत की मेजबानी में ही साल के आखिर में होना है. जबकि टीम इंडिया को जनवरी 2023 से आखिर में वर्ल्ड कप तक द्विपक्षीय सीरीज के तहत कुल 15 वनडे मैच खेलने हैं. जबकि इसी बीच वनडे फॉर्मेट में एशिया कप भी खेला जाएगा. जिसमें फाइनल समेत 13 एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे. हालांकि यह टूर्नामेंट पाकिस्तान की मेजबानी में होना है.
न्यूज़ीलैंड सीरीज में पंत कर सकते हैं वापसी
ऐसे में अभी काफी समय है. जिसके बाद क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि ऐसे में ऋषभ पंत के वर्ल्ड कप से बाहर होने की बात करना ठीक नहीं होगा. गौरतलब है कि भारतीय टीम को श्रीलंका के बाद न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज खेलनी है, ऐसे में सेलेक्टर्स पंत को न्यूज़ीलैंड सीरीज में मौका दे सकते हैं.
चोट के कारण बाहर हुए पंत
बता दें कि ऋषभ पंत को खराब फॉर्म के कारण श्रीलंका सीरीज से बाहर नहीं किया गया है. बीसीसीआई ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में पंत को बाहर करने का कोई कारण नहीं बताया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पंत चोटिल हैं, जिसके कारण उन्होंने श्रीलंका सीरीज में आराम दिया गया है. जानकारी के मुताबिक ऋषभ पंत के पैर के घुटने में चोट है. यही कारण है कि पंत को स्ट्रैंथ ट्रेनिंग के लिए भेजा जा रहा है. रिहैब के बाद पंत कब तक ठीक हो पाएंगे, इसका भी अब तक कुछ पता नहीं चल सका है.
पंत का हालिया फॉर्म
ऋषभ पंत ने बांग्लादेश के खिलाफ पिछले टेस्ट मैच में शानदार पारी खेली थी. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर टेस्ट में 93 रन बनाए थे. इससे पहले चटगांव टेस्ट में 46 रनों की पारी खेली थी. इससे ठीक पहले भी ऋषभ पंत की 8 मैचों की 7 पारियों को देखें, तो इसमें वह पूरी तरह फ्लॉप नजर आए थे. इन पारियों में पंत एक भी बार 20 रनों का आंकड़ा नहीं छू सके थे.