इतनी मुश्किल से तो बेपटरी हो चुकी देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आना शुरू हुई थी, मगर इससे पहले की हालात पूरी तरह से दुरूस्त हो पाते कि कोरोना की दूसरी लहर एक बार फिर से सब कुछ बर्बाद करने पर आमादा हो चुकी है, जिस तरह से लगातार संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, उससे तो यह साफ है कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से भी ज्यादा घातक है. विगत एक दिन में पूरे देश में 2 लाख से भी अधिक मामले सामने आए हैं. बेकाबू होते जा रहे कोरोना के कहर को काबू में करने के लिए कहीं साप्ताहिक लॉकडाउन का सिलसिला शुरू हो चुका है, तो कहीं नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है.
वहीं कोरोना की दूसरी लहर को मद्देनजर रखते हुए अब इस पर नए सिरे से शोध किया जा रहा है. इस बीच दुनिया की सर्वप्रतिष्ठित संस्था मेडिकल जनरल लैंसेटे ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पहले भी ज्यादा घातक इसलिए है, क्योंकि अब कोरोना हवा के माध्यम से एक दूसरे में फैल रहा है. जी हां.. कल तक महज शारीरिक स्पर्श और श्वास के माध्यम से एक दूसरे में प्रवेश करने वाला कोरोना अब हवा के जरिए एक दूसरे में प्रवेश कर रहा है.
बता दें कि इससे पहले जब कोरोना की पहली लहर सब कुछ तहस नहस करने पर आमादा हो चुकी थी, तब उस वक्त भी इस बात की चर्चा अपने चरम पर थी कि कोरोना हवा के माध्यम से एक दूसरे में फैल रहा है, लेकिन उस वक्त इस बात को सिरे से खारिज कर दिया गया था, लेकिन अब जब लैंसेट ने खुद अपनी रिपोर्ट में इस बात को प्रकाशित किया है, तो लोग एक बार फिर खौफजदा हो चुके हैं. लगातार संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
लैंसेट ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यूके, यूएस और कनाडा में मौजूदा हालातों को ध्यान में रखते हुए इस स्थिति पर पहुंचने का साहस किया है कि कोरोना अब हवा से भी फैल रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना हवा से फैल रहा है, जिसके अब तक इसका कोई मुकम्मल उपचार निकलकर सामने नहीं आया है. खैर, सरकार द्वारा उठाए गए ये हालिया कदम कोरोना के कहर पर ब्रेक लगाने में कैसे कारगर साबित हो पाते हैं. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.