केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2024-25 के तृतीय अग्रिम अनुमान जारी करते हुए बताया कि देश के खाद्यान्न में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है और खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 3539.59 लाख टन हो गया है. शिवराज सिंह ने कहा कि धान, गेहूं, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन में उत्पादन ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. हमारे किसान भाइयों-बहनों की अथक मेहनत, कृषि वैज्ञानिकों की कुशलता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों-योजनाओं के सफल कार्यान्वयन व राज्य सरकारों के सहयोग से देश में खाद्यान्न के भंडार भर गए है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कृषि एवं कल्याण का विचार प्रधानमंत्री मोदी के केंद्र में रहा है. कृषि उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने पर प्रधानमंत्री का मुख्य ध्यान रहा है. इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कई योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू की गई हैं. चाहे किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के माध्यम से कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध करवाना हो, पर ड्रॉप-मोर क्रॉप हो, मैकेनाइजेशन की योजना हो, सस्ती खाद हो या फर्टिलाइजर सब्सिडी, जो लगभग 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) जैसी योजना हो या अन्य, इन सबके सद्परिणाम हमारे सामने है.चौहान ने कहा कि किसानों की उन्नति, खाद्यान्न उत्पादन में बढ़ोतरी के रूप में हम सकारात्मक परिणाम देख सकते हैं. शिवराज सिंह ने कहा कि चावल, मक्का उत्पादन बढ़ाना, लागत घटाना, ठीक दाम देना, नुकसान की भरपाई करना, कम ब्याज पर ऋण देना और अनेक योजनाओं के कारण आज देश के खाद्यान्न भंडार भरे हुए हैं. उत्पादन निरंतर बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि दलहन व तिलहन के उत्पादन और बढ़ाना है, जिसके प्रयास किए जा रहे हैं.
शिवराज सिंह ने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि 2024-25 के तृतीय अग्रिम अनुमान के अनुसार देश ने अनुमानित 3539.59 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का रिकॉर्ड उत्पादन हासिल किया है, जो 2023–24 के 3322.98 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन से 216.61 लाख मीट्रिक टन अधिक (6.5% की वृद्धि) है. चौहान ने बताया कि कृषि वर्ष 2024–25 में धान, गेहूं, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन जैसी प्रमुख फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन प्राप्त हुआ है. खरीफ मौसम में बुवाई क्षेत्रफल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, साथ ही धान, मक्का, बाजरा, मूंग, सोयाबीन, गन्ना जैसी प्रमुख खरीफ फसलों की उपज में भी वृद्धि दर्ज की गई है.
चौहान ने विभिन्न फसलों के उत्पादन का विवरण देते हुए बताया कि चावल उत्पादन 1490.74 लाख मीट्रिक टन (रिकॉर्ड), गेहूं 1175.07 लाख मीट्रिक टन (रिकार्ड), मक्का 422.81 लाख मीट्रिक टन (रिकार्ड), श्रीअन्न 180.15 लाख मीट्रिक टन, तूर 35.61 लाख मीट्रिक टन, चना 113.37 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है. तिलहन में 426.09 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है, जिसमें मूंगफली 118.96 लाख मीट्रिक टन (रिकार्ड), सोयाबीन 151.80 लाख मीट्रिक टन (रिकार्ड), रेपसीड-सरसों में 126.06 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि गन्ना 4501.16 लाख मीट्रिक टन, कपास 306.92 लाख गांठें (प्रत्येक गांठ 170 किलोग्राम), जूट 84.33 लाख गांठें (प्रत्येक गांठ 180 किलोग्राम) है. चावल उत्पादन 1490.74 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो 2023-24 के 1378.25 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की तुलना में112.49 लाख मीट्रिक टन अधिक है. गेहूं उत्पादन 1175.07 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो गत वर्ष के उत्पादन की तुलना में 42.15 लाख मीट्रिक टन अधिक है. श्रीअन्न उत्पादन 180.15 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो गत वर्ष से4.43 लाख मीट्रिक टन अधिक है. इसके अलावा, पोषक/मोटे अनाजों का उत्पादन 621.40 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो 2023-24 के उत्पादन से 52.04 लाख मीट्रिक टन अधिक है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि दलहन उत्पादन 252.38 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो गत वर्ष के 242.46 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की तुलना में 9.92 लाख मीट्रिक टन ज्यादा है. मूंग उत्पादन 38.19 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 31.03 लाख मीट्रिक टन उत्पादन से 7.16 लाख मीट्रिक टन अधिक है. तूर उत्पादन 35.61 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 34.17 लाख मीट्रिक टन उत्पादन से 1.44 लाख मीट्रिक टन अधिक है. तिलहनों का कुल उत्पादन 426.09 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो गत वर्ष के 396.69 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की तुलना में 29.40 लाख मीट्रिक टन अधिक है.
सोयाबीन उत्पादन 151.80 लाख मीट्रिक टन एवं मूंगफली का उत्पादन 118.96 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के उत्पादन की तुलना में क्रमश: 21.18 लाख मीट्रिक टन एवं 17.16 लाख मीट्रिक टन अधिक है. इसी तरह, गन्ने का उत्पादन 4501.16 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है.