कोरोना (Coronavirus) महामारी और लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से दुनियाभर में मंदी के की संभावना दिख रही है. नतीजतन देश में कई लोग हैं जिन्हें संकट की इस घड़ी में अपने लोन की EMI देने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन अब उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), जो लोग अपनी EMI समय से नहीं दे पा रहें हैं उनके लिए बड़ी राहत लेकर आया है. RBI ने लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम (loan restructuring scheme) का ऐलान किया है. इससे लोन लेने वाले लोगों को ईएमआई पर 2 साल तक की राहत मिल सकती है.
जानिए क्या है लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम
खबरों के मुताबिक, लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम (loan restructuring scheme) के तहत बैंक, ग्राहक के लोन का रीपेमेंट शेड्यूल (Repayment schedule) को बदल सकेंगे. इस स्कीम के अंतर्गत मौजूदा हालातों में EMI कम करने के लिए ग्राहकों के लोन की समय सीमा बढ़ाने की छूट मिल सकती है. इसके अलावा आपके पास पमेंट हॉलिडे (Payment Holiday) की भी सुविधा है. इसके अंतर्गत सभी तरह के लोन शामिल हैं. बता दें, कि लोन की रीस्ट्रक्चरिंग से ग्राहकों की EMI कुछ महीनों के लिए कम हो जाएगी. loan restructuring scheme के तहत लोन रीस्ट्रक्टरिंग से EMI को कुछ महीने तक आगे भी बढ़ाया जा सकता है.
लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम का लाभ कौन ले सकता है ?
अगर आपके आमदनी पर असर पड़ा है और आपको EMI से तुरंत राहत की जरूरत है तो आप loan restructuring scheme का लाभ ले सकते हैं. हालांकि इसके लिए आपका लोन अकाउंट का स्टेटस स्टैंडर्ड होना जरूरी है. इसके अलावा मार्च 1, 2020 तक आपका अकाउंट 30 दिन से ज्यादा के डिफॉल्ट में नहीं होना चाहिए.
लोन रीस्ट्रक्चरिंग स्कीम के फायदे
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loan restructuring scheme का फायदा लेने से NPA नहीं होगा कर्ज.
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ग्राहकों से जबर्दस्ती वसूली नहीं करेगा बैंक.
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loan restructuring से कम हो सकती है आपकी EMI.
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इसके अलावा loan restructuring scheme के जरिए लोन की अवधि बढ़ जाएगी.