Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोरों-शोरों पर चल रही है. 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे. उद्घाटन की तैयारियों के मद्देनजर मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया जा रहा है. उद्घाटन के दिन पूरी राम नगरी हापुड़ के फूलों से महकेगी. जी हां, सही सुना आपने. मंदिर की साज सजावट में हापुड़ के फूलों का इस्तेमाल किया जा रहा है. हापुड़ के सिंभावली क्षेत्र के छोटे से गांव तिगरी में रहने वाले किसान तेग सिंह को विभिन्न वैरायटियों के करीब 10 टन फूलों का ऑर्डर भी मिल चुका है.
राम मंदिर की शोभा बढ़ाने में इस्तेमाल होने वाले फूलों का ऑर्डर मिलने पर किसान तेग सिंह ने कहा कि अयोध्या में रामलला विराजमान होने जा रहे हैं और हर रामभक्त का सपना पूरा होने जा रहा है. इस अवसर पर उन्हें यह ऑर्डर मिलना सौभाग्य की बात है.
35 सालों से कर रहे हैं फूलों की खेती
किसान तेग सिंह ने बताया कि हापुड़ के फूल दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. वह पिछले 35 सालों से फूलों की खेती कर रहे हैं. उनके पास दर्जनों से भी अधिक प्रजातियों के फूल हैं. तेग सिंह के खेत में गुलाब ही नहीं, चार-पांच से अधिक प्रजातियां हैं, जिनमें लाल, पीला, पिंक और अन्य गुलाब शामिल हैं. उन्होंने बताया कि राम मंदिर, अयोध्या से 10 टन फूलों का ऑडर उन्हें मिला है. यह बहुत संतोषजनक है कि उनके द्वारा तैयार किए गए फूल से अयोध्या का रामदरबार सजेगा और हापुड़ के फूलों की सुगंध पूरे परिसर को महकाएगी.
विदेशों तक जाती है फूलों की सप्लाई
तेग सिंह ने बताया कि उन्हें ऑर्किड, प्रिंजेथियम, वर्ड ऑफ पैराडाइस, एंथोरियम, आदि जैसे फूलों का ऑर्डर मिला है. इसके अलावा, क्रिजेंथिमम, कनेर और कई अन्य तरह के फूलों के ट्रक रोजना अयोध्या भेजे जा रहे हैं. किसान तेग सिंह ने बताया कि उनके पास रेड और पिंक गुलाब की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है. जबकि ऑर्किड, एंथोरियम और वर्ड ऑफ पैराडाइस ऐसी वैरायटी के फूल हैं, जो एक बार लगाने के बाद करीब 20 से 25 दिन तक चल जाते हैं. उन्होंने कहा कि इन फूलों की बाजार में खूब डिमांड है और यहां के फूल देश के अलावा विदेशों तक भी सप्लाई किए जाते हैं.
इन फूलों से महकेगी राम नगरी
वहीं, तेग सिंह के बड़े भाई श्रद्धानंद ने बताया कि अयोध्या के राम मंदिर में 10 टन फूलों के ऑर्डर भेजा जा चुका है. इनमें गुलाब, गुलदावरी, रजनीगंधा, जिप्सोफिला, गेंदा और पांच से छह प्रकार के गुलाब शमिल हैं. उन्होंने बताया कि हमारे लिए ये बहुत ही सौभाग्य की बात है कि हमारे द्वारा भेजे गए फूलों से राम मंदिर की साज सजावट की गई है.