देशभर में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. आए दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. गंभीर हो रही स्थिति का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि विगत गुरुवार को 3 लाख 30 हजार से भी अधिक मामले सामने आए हैं और ऊपर से लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के बीच आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. ऐसे में जब कोरोना रोधी वैक्सीन का ईजाद हुआ, तो कोरोना के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहे लोगों के बीच उम्मीद की बयार बही, मगर अफसोस अब तो इस वैक्सीन को लेकर भी बेशुमार सवाल खड़े किए जा रहे हैं. लोगों ने इसकी उपयोगिता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं, लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि यह वैक्सीन के खिलाफ बिल्कुल सटीक है. इसका व्यापक स्तर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए. खैर, अब तो कई राज्यों में कोरोना की वैक्सीन की किल्लत का भी सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विगत कई माह से कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई करने वाले राकेश टिकैत ने बेशक कोरोना वैक्सीन पर सवाल न उठाए हो, मगर उन्होंने जो कहा कि वो इस समय खासा सुर्खियों में बना हुआ है. उन्होंने कहा कि बेशक हमें वैक्सीन लगवाने से कोई गुरेज नहीं है. हम वैक्सीन लगवाएंगे, लेकिन कोरोना टेस्ट नहीं कराएंगे. अब टिकैत के इस बयान को लेकर लोगों के बीच में इस तरह के सवाल पैदा हो गए कि टिकैत साहब व उनके समर्थकों को वैक्सीन लगवाने से कोई आपत्ति नहीं है, तो फिर टेस्ट करवाने में क्या आपत्ति है. एक बार टेस्ट कराएंगे तो सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और आने वाली विपत्ति से भी बचा जा सकेगा, मगर टिकैत साहब है कि अपने रूख से टस से मस नहीं हो रहे हैं. उनका तो साफ कहना है कि चाहे कुछ भी हो जाए कोरोना का टेस्ट नहीं कराएंगे.
गौरतलब है कि उनका यह बयान ऐसे समय में खासा मायने रखता है, जब पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से त्राहि-त्राहि कर रहा है और एहतियात बरतते हुए सभी लोगों से वैक्सीन लगाए जाने की अपील की जा रही है, मगर टिकैत साहब इसे लगवाने से साफ इनकार कर रहे हैं.
कृषि आंदोलन पर दिया ऐसा बयान
वहीं कृषि आंदोलन को लेकर उन्होने कहा कि, 'अगर सरकार पांच सालों तक चल सकती है, तो फिर हमारा आंदोलन पांच सालों तक क्यों नहीं चल सकता है. हम इस आंदोलन को पांच माह क्या, बल्कि पांच सालों तक चलाएंगे, लेकिन अपनी मांगों को मनवा कर रहेंगे'.
बंगाल चुनाव को लेकर कही ये बात
इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि जब कोरोना वायरस इतना ही खतरनाक है, तो बंगाल में बीजेपी वाले रैली क्यों कर रहे हैं? खैर, अभी राकेश टिकैत का यह बयान खासा सुर्खियों में बना हुआ है. लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिता व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं.