Rajasthan Government: राजस्थान सरकार जनता की भलाई के लिए कई तरह की योजनाओं पर काम करती रहती है. लेकिन अब सरकार ने प्रदेश के पर्यावरण को सुरक्षित बनाए रखने के लिए एक नई पहल की शुरूआत की है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान जैव-विविधता (Biodiversity) के लिहाज से अन्य राज्यों से काफी आगे है. देखा जाए तो यहां के लगभग सभी जिलों में अलग-अलग तरह के पेड़ -पौधे पाए जाते हैं. इसी के चलते अब राज्य में इन बेहतरीन पेड़ों की देखभाल के लिए एक स्कीम शुरू की, जिसमें आपको अधिक कुछ करने की जरूरत नहीं है. दरअसल, सरकार के इस पहल में आपको पेड़ों के नाम रखना है, जिसके लिए आपको सरकार की तरफ से इनाम दिया जाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस इनाम को जीतने के लिए आपको नामांकन करना होगा, जिसकी आखिरी तारीख 15 सिंतबर, 2023 तक है. इस दौरान आप सरलता से अपना नामांकन करा सकते हैं.
कितने पेड़ों को किया इस प्रतियोगिता में शामिल
पेड़ों का नाम रखो और जीतो ईनाम के इस कार्यक्रम में सरकार ने कुछ खास पेड़ों की प्रजातियों को शामिल किया है, जो हमारी सांस्कृतिक रूप को दिखाता है. तो आइए जानते हैं कि सरकार ने ईनाम की प्रतियोगिता में किन-किन पेड़ों को शामिल किया है.
पेड़ों के नाम- पीपल, बरगद, रोहिनी, आम, चिरोंजी, सीताफल, खजूर, कैर, कल्पवृक्ष, आंवला, शीशम, गूगल, आकाश नीम, रोहिड़ा, शहतूत, बीलपत्र, कदम्ब, सागवान, अमलतास, इमली, नीम, खेजड़ी सहित 113 खास प्रजातियों के वृक्षों को शामिल किया गया है.
पेड़ों का नाम रखने के लिए इतना मिलेगा इनाम
मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य के सबसे बड़े व पुराने पेड़ों के मालिक को उनका नाम रखने पर 1500 रुपए, जिला स्तर पर इन पेड़ों पर 1500 रुपए और वहीं क्षेत्रफल की दृष्टि से कैनोपी से आच्छादित सबसे बड़े व पुराने पेड़ों को सरकार की तरफ से करीब 3 हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया जाएगा.
इसके अलावा सरकार की तरफ से पेड़ों की सुरक्षा के इस कार्यक्रम के बारे में लोगों को जागरूक करने को लेकर विभाग, एनजीओ, एजेंसी अथवा बीएमसी को विशेष पुरस्कार के अंतर्गत 11 हजार रुपये दिए जाएंगे.
ऐसे भेजे पेड़ की तस्वीर
अगर आपका पेड़ राज्य व जिले स्तर पर सबसे बड़ा व पुराना है, तो आप इसकी एक फोटो खींचकर ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से भेज सकते हैं. इसके लिए आप पेड़ की तस्वीर rsbblargetree@gmail.com पर ई-मेल करके या फिर आप अपनी सुविधा के अनुसार, 6350697765 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं. ध्यान रहे कि पेड़ों की फोटो केवल 15 सितंबर, 2023 तक ही स्वीकार की जाएगी.