घर बैठे काम करने और कमाई करने का सपना आज हर कोई देखता है, खासकर वे महिलाएं जो घरेलू जिम्मेदारियों के चलते बाहर जाकर काम नहीं कर पातीं. राजस्थान सरकार ने इसी सोच को हकीकत में बदलने के लिए एक अभिनव पहल की है - ‘मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम-जॉब वर्क योजना’. यह योजना खासतौर पर महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि वे अपने घर की जिम्मेदारियां निभाते हुए भी सम्मानजनक रोजगार प्राप्त कर सकें. योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ाना है.
मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम-जॉब वर्क योजना सिर्फ रोजगार का जरिया नहीं है, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो महिलाओं को डिजिटल और तकनीकी दक्षता के साथ भविष्य की तैयारी करने का अवसर देता है. इसमें विधवा, तलाकशुदा, दिव्यांग और हिंसा पीड़ित महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है. ऐसे में आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं-
मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम-जॉब वर्क योजना क्या है?
‘मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम-जॉब वर्क योजना’ की शुरुआत राजस्थान सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में की थी. इस योजना का लक्ष्य है राज्य की महिलाओं को घर बैठे ही रोजगार प्रदान करना, जिससे वे अपने परिवार की आय में योगदान दे सकें और आत्मनिर्भर बन सकें. खास बात यह है कि इस योजना के तहत न केवल सरकारी विभागों, बल्कि निजी संस्थानों में भी वर्क फ्रॉम होम के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इससे महिलाओं को काम और परिवार के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है. सरकार ने योजना में उन महिलाओं को प्राथमिकता दी है जो सामाजिक या पारिवारिक कारणों से बाहर जाकर काम नहीं कर सकतीं.
योजना का उद्देश्य
राज्य सरकार ने इस योजना के तहत कई व्यापक और सामाजिक उद्देश्यों को भी शामिल किया है. इनमें प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
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महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना ताकि वे घर से ही काम कर सकें.
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महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना, खासकर उन वर्गों की महिलाओं को जो विधवा, तलाकशुदा, दिव्यांग या हिंसा पीड़ित हैं.
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राज्य की बेरोजगारी दर में कमी लाना, विशेषकर महिला वर्ग में.
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महिलाओं को डिजिटल और तकनीकी रूप से सशक्त बनाना, ताकि वे भविष्य में भी रोजगार प्राप्त कर सकें.
इस योजना के लाभ
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आर्थिक सशक्तिकरण: घर बैठे काम करने की सुविधा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है.
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उत्पादकता में वृद्धि: जिन महिलाओं की प्रतिभा घरेलू ज़िम्मेदारियों में सीमित रह जाती थी, अब वे घर से ही अपना हुनर दिखा सकती हैं.
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समय और संसाधन की बचत: ऑफिस जाने के लिए आवागमन की आवश्यकता नहीं होती, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होती है.
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समाज में सम्मान और आत्मविश्वास: महिलाएं खुद कमाकर अपने परिवार और समाज में एक मजबूत पहचान बना सकती हैं.
योजना के तहत किस तरह के कार्य मिलेंगे?
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वित्त विभाग से जुड़े कार्य:
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सीए ऑडिट
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अकाउंटिंग से संबंधित कार्य
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सूचना प्रौद्योगिकी विभाग:
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प्रोग्रामिंग
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सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग
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डेटा एनालिसिस
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वेब डिजाइनिंग
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ई-मित्र एप्लिकेशन
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शिक्षा विभाग:
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ऑनलाइन ट्यूटरिंग और विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण
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स्कूल ड्रेस की सिलाई
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छात्रावासों के वस्त्रों की धुलाई
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कार्मिक विभाग:
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टाइपिंग, डिक्टेशन, डॉक्यूमेंटेशन जैसे कार्य
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महिला अधिकारिता विभाग:
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घर से किए जा सकने वाले रोजगार से जुड़े कार्य
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निजी कंपनियों के साथ समन्वय:
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विभिन्न निजी क्षेत्र की कंपनियों से भी महिलाओं को घर से काम करने का मौका मिलेगा.
आवेदन प्रक्रिया (Step-by-Step Guide)
Step 1: रजिस्ट्रेशन
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वर्क फ्रॉम होम पोर्टल पर जाएं
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'Onboarding' सेक्शन में 'Applicant Only' पर क्लिक करें
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'New User Registration' पर जाएं और शर्तों को स्वीकार करें
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जन आधार नंबर और सदस्य ID दर्ज करें
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OTP वेरिफिकेशन करें और सबमिट करें
Step 2: लॉगिन और अवसर चयन
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लॉगिन करें अपनी आईडी और पासवर्ड से
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पोर्टल पर उपलब्ध करंट जॉब ऑप्शन देखें
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शैक्षिक योग्यता, रुचि और शहर के आधार पर अवसर चुनें
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संबंधित पद के लिए ‘Apply Now’ पर क्लिक करें
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फॉर्म भरें और सबमिट करें
Step 3: आवेदन की जांच और स्वीकृति
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कंपनी आवेदन की जांच करेगी
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आवश्यक दस्तावेजों की पुष्टि की जाएगी
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स्वीकृति या अस्वीकृति की सूचना मोबाइल पर मैसेज द्वारा दी जाएगी
पात्रता शर्तें
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महिला राजस्थान की मूल निवासी होनी चाहिए
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न्यूनतम आयु 18 वर्ष
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महिला के पास राजस्थान का जन आधार और आधार कार्ड होना आवश्यक
प्राथमिकता प्राप्त करने वाली महिलाएं
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विधवा महिलाएं
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तलाकशुदा या पति द्वारा त्यागी गई महिलाएं
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दिव्यांग महिलाएं
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घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाएं
आवश्यक दस्तावेज
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राजस्थान का आधार कार्ड
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जन आधार नंबर
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स्थिति प्रमाण पत्र (विधवा/तलाकशुदा/दिव्यांग आदि)
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शैक्षिक योग्यता से जुड़े दस्तावेज
योजना से जुड़ी विशेष बातें
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सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों से जुड़ाव: यह योजना सिर्फ सरकारी नौकरियों तक सीमित नहीं है. सरकार निजी कंपनियों के साथ भी सहयोग कर रही है ताकि अधिक से अधिक वर्क फ्रॉम होम अवसर उपलब्ध कराए जा सकें.
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प्रशिक्षण का प्रावधान: महिलाओं को काम शुरू करने से पहले आवश्यक कौशल में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. इससे वे डिजिटल और तकनीकी तौर पर दक्ष बन सकेंगी.
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डिजिटल सशक्तिकरण: योजना का एक प्रमुख उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाना है ताकि वे भविष्य में किसी भी सेक्टर में वर्क फ्रॉम होम अवसर प्राप्त कर सकें.