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Updated on: 16 January, 2023 2:14 PM IST
अब कैसे चुकाएंगे क़र्ज़!

राजस्थान के जैसलमेर (Jaisalmer) ज़िले में कड़ाके के ठंड ने न सिर्फ़ वहां के नागरिकों को बल्कि जानवरों और फ़सलों को भी परेशानी में डाल रखा है. तापमान के जमाव बिंदू पर आने की वजह से जैसलमेर में लगी रबी फ़सलों (rabi crops) पर पाला लग गया है. ठंड इतनी है कि पेड़-पौधों पर बर्फ़ जम गई है. इस वजह से किसानों को भारी नुक़सान  झेलना पड़ सकता है. आइए जानते हैं पाले का असर किन फ़सलों पर हुआ है...

जैसलमेर में ठंड का आलम ये है कि अगर रात में किसी बर्तन में पानी रखा जाए तो सुबह होते-होते बर्फ़ में तब्दील हो जाता है. बर्फ़ीली हवाओं के आगे धूप का असर-बेअसर हो रहा है. शुक्रवार के दिन जैसलमेर राजस्थान की सबसे ठंडी जगह रही. रविवार को यहां न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान के अनुमान ने किसानों को डर और बढ़ा दिया है, मौसम विज्ञानियों का मानना है कि आने वाले दिनों में सर्दी और बढ़ेगी. यहां पहले से ही नहर वाले क्षेत्रों में बर्फ़ जमने लगी है. ज़िले के कई इलाक़ों में सरसों, चना, मटर, अरंडी की फ़सलों पर पाला लग गया है, ज़ाहिर है पाला और बर्फ़ जमने से फ़सलों की उत्पादन क्षमता प्रभावित होगी जिससे किसानों को भारी हानि का सामना करना पड़ सकता है.

क़र्ज़ चुकाने की चिंता

मौसम विज्ञान का मानना है कि पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण आने वाले दिनों में और पाला पड़ सकता है. इसका असर सरसों, चना, मटर आदि फ़सलों पर पड़ेगा. ऐसे में किसानों को यह चिंता सता रही है कि ऐसे में किस तरह वो खेती के लिए लिया गया क़र्ज़ चुकता करेंगे. क्योंकि यहां अधिकतर किसान क़र्ज़ लेकर खेती करते हैं और फिर उपज को बाज़ार में बेचकर अपनी ज़रूरतें पूरी करते हैं व कर्ज़ा भी चुकाते हैं. लेकिन इस बार खेतों में पाला लगने से भारी नुक़सान की संभावना है. जिससे किसान क़र्ज़ चुकाने को लेकर चिंतित हैं.

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English Summary: rabi crops are under threat hindi due to extreme cold
Published on: 16 January 2023, 02:19 PM IST

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