Stubble Burning: दिल्ली और शेष उत्तर भारत में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच बड़े पैमाने पर पराली जलाने वालों के खिलाफ पंजाब सरकार अब एक्शन में आ गई है. सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद प्रदेश के स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने सभी जिलों में रेल अलर्ट जारी किया है. इस अलर्ट के तहत अगर कोई फसल अवशेष या पराली जलाते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी ने बताया कि कोर्ट के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है.
‘किसानों को जागरूक करें सभी अधिकारी’
पंजाब सरकार ने पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की निगरानी के लिए विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला को पुलिस नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किुया है. जिसके आदेश डीजीपी गौरव यादव ने जारी कर दिए हैं. वहीं, डीजीपी अर्पित शुक्ला ने प्रदेश के सभी सीपी-एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि किसानों और नागरिकों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाए. इसके साथ ही उन्हें यह भी बताया जाए कि पराली जलाना कानून का उल्लंघन है. अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी एक्शन लिया जाएगा.
किसान संगठनों ने किया प्रदर्शन का ऐलान
बता दें कि बुधवार को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार दर्ज किया गया. दिल्ली और शेष उत्तर भारत में वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की तीखी प्रतिक्रिया ने पंजाब सरकार को पराली जलाने के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर किया है. हालांकि, सरकार के इस सख्त रवैय ने पंजाब के किसानों के लिए चुनौतियां बढ़ा दी हैं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पराली जलाने पर दंडात्मक कार्रवाई से नाखुश पंजाब के कई किसान संघों ने 20 नवंबर को राज्य में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है.
खेत में आग लगने के मामले 30 हजार के पार
रिपोर्ट के मुताबिक, 15 नवंबर तक पंजाब में दो महीनों में खेत में आग लगने के कुल मामले 30 हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं. राज्य में बुधवार को खेतों में आग लगने की 2,544 घटनाएं सामने आईं. बड़े पैमाने पर खेतों में लगी आग के बीच, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता फिर से "गंभीर" हो गई और हरियाणा में यह 'बहुत खराब' श्रेणी में है.