नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 7 May, 2018 12:00 AM IST
Polly house

पॉली हाउस तकनीक के दम पर महासमुंद जिले के छापोरडीह गांव के 39 वर्षीय किसान गजानंद पटेल अब तक काफी मुनाफा कमा चुकें है. इस तकनीक के जरिए इन्होने 40 एकड़ जमीन पर फलों और सब्जियों की खेती कर 40 लाख रुपए तक की सालाना कमाई की.

जबकि इससे पूर्व यह केवल 80 हजार ही सालाना कमा पाते थे. यह लाभ इन्हे पॉलीहाउस तकनीक का इस्तेमाल करने से मिला है.

क्या है पालीहाउस तकनीक ? कैसे होती है इससे खेती? आईए जानते है...

पॉलीहाउस तकनीक जैविक खेती का ही एक अंग है. जिसमें सबसे पहले स्टील,लकडी,बांस या एलुमिनियम की फ्रेम का ढांचा बनाया जाता है. खेती वाली जमीन को घर जैसे आकार में पारदर्शी पॉलीमर से ढक दिया जाता है. जिससे उसके अंदर ना हवा और ना ही पानी घुस सकता है. इसके कारण कीड़े-मकौड़े का असर नही पड़ता तापमान भी सुविधा के अनुसार घटाया-बढ़ाया जा सकता है.

कैसे कर सकते है पॉलीहाउस खेती

सरकार पॉलीहाउस खेती करने पर सब्सिडी दे रही है.

आप जहां रहते है उस क्षेत्र के जिला दफ्तर जाकर आवेदन प्रस्ताव भरना होगा.

कृषि विभाग से आवेदन प्रस्ताव पर अनुमति मिलने के बाद विभाग ही पॉलीहाउस के लिए नियुक्त कंपनी किसान के पास भेजता है.

पॉलीहाउस तैयार होने के बाद इसको तैयार करने की लागत का 85 फीसदी भार सरकार तथा 15 फीसदी किसान को उठाना होता है.

पॉलीहाउस तकनीक से आप टमाटर,ककडी,शिमला-मिर्च,गोभी जैसी सब्जियां उगाई जा सकती है.

English Summary: Polly house Kheti
Published on: 07 May 2018, 04:36 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now