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Updated on: 26 December, 2020 5:20 PM IST
PM Modi's discussion with farmers

जहां एक तरफ दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर किसान एक महीने से नए कृषि कानूनों (New Farm laws) के खिलाफ हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी डटे हुए हैं. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की जयंती (Prime Minister Atal ji's birth anniversary) पर 25 दिसंबर को  पीएम मोदी (PM Modi) ने 7 राज्यों के किसानों (Farmers) से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने किसानों ये स्पष्ट किया कि क्या आपको एग्रीमेंट वाले प्रावधान से कोई दिक्कत है. प्रधानमंत्री (Prime minister) ने किसानों से नए कृषि कानून के साथ साथ खेती के तरीकों, उनके फायदे-नुकसान, कंपनियों से एग्रीमेंट जैसे कई मुद्दों चर्चा की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से पूछा कि कंपनियां आपसे चीजें लेती हैं या जमीन भी ले जाती हैं? जवाब में किसानों ने कहा कि जमीन की तो कोई चर्चा ही नहीं होती. इतना ही नहीं, वर्चुअली हुई इस चर्चा में किसानों ने ये भी कहा कि उन्हें एग्रीमेंट से नुकसान नहीं बल्कि फायदा हो रहा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के 18 हजार करोड़ रुपए भी ट्रांसफर किए.

आपको बता दें कि पीएम मोदी नें अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के किसानों से चर्चा की. सभी किसानों से पीएम मोदी ने दिल्ली सीमा पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन और नए कृषि कानूनों से जुड़े सवाल किए, और सरकारी योजनाओं से हो रहे फायदों के बारे में जाना. चलिए जान लेते हैं कि पीएम मोदी के सवालों के किसानों ने क्या जवाब दिए.

अरुणाचल प्रदेश के किसान गगन पेरिंग ने ये दिया जवाब

मोदी: जय हिंद, आपको इतनी दूर जो किसान सम्मान निधि से पैसा मिल रहा है, उसे कैसे उपयोग करते हैं?

किसान: मुझे 4 महीने में 2-2 हजार करके 3 बार पैसे मिले. पीएम फंड से मिले पैसे से ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू की और फॉर्मिंग प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (FPO) बनाया है. मैं ऑर्गेनिक अदरक की खेती करता हूं और मेरे साथ 446 किसान जुड़े हैं.

मोदी: क्या इसके लिए मार्केट मिल जाता है?

किसान: दिल्ली और बेंगलुरु में व्यापार कर रहा हूं.

मोदी: आप जिन कंपनियों से आप जुड़े हैं, वो आपसे अदरक खरीदती है या जमीन भी उठाकर ले जाती हैं?

किसान: ऐसा नहीं होता, कंपनी ने हमसे उत्पाद लेने के लिए एग्रीमेंट किया है. जमीन के बारे में तो कोई बात ही नहीं होती.

मोदी: आज इतनी दूर अरुणाचल से कह रहे हैं कि आपकी जमीन सुरक्षित है. लेकिन कुछ लोग यहां भ्रम फैला रहे हैं कि कॉन्ट्रैक्ट करने वाले किसानों की जमीन ली जाएगी.

इस तरह पीएम मोदी ने दिल्ली के बॉर्डर पर हो रहे किसानों के प्रदर्शन के बहाने विपक्ष पर निशाना साधा और कहां कि विपक्षी पार्टियां झूठ फैलाकर किसानों को भ्रमित कर रही हैं.

ओडिशा के नवीन ठाकुर ने ये दिया जवाब

मोदी: नवीनजी, जय जगन्नाथ, आपको किस तरह से योजनाओं का लाभ हुआ, बताइए?

किसान: मुझे 5 किश्त में 10 हजार की सहायता मिली. मैंने इस पैसे को खाद, बीज, कीटनाशक में लगाया, और  पशुपालन के लिए भी योजना बना रहा हूं.

मोदी: आपके पास कितनी जमीन है?

किसान: मेरे पास एक एकड़ जमीन है. उसमें धान उगा रहा हूं, कुछ और भी उगाना चाहता हूं।

मोदी: हमें हिम्मत से काम शुरू करना चाहिए. अटलजी की सरकार ने किसानों को सस्ता लोन देने की शुरुआत की थी, हम इसी काम को आगे बढ़ा रहे हैं. छोटे किसानों की मदद के लिए काम कर रहे हैं. छोटे किसानों के समझाएं कि किसान क्रेडिट कार्ड लेकर सस्ता कर्ज लें. परिवार और खेती के लिए काम करें.

जानिए, हरियाणा के हरि सिंह ने पीएम मोदी से क्या कहा

मोदी: अपनी खेती के बारे में बताइए?

किसान: मैं फतेहाबाद के नाढुड़ी का रहने वाला हूं. हम चार भाई 40 एकड़ में खेती करते हैं. परिवार में 15 सदस्य हैं.

मोदी: देश के किसानों को बताइए कि आप क्या नया कर रहे हैं?

किसान: पहले मैं सिर्फ चावल की खेती करता था, लेकिन अब बागवानी भी करता हूं. पहले 2 एकड़ में बाग लगाया लेकिन अब 10 एकड़ में बाग है. इस 10 एकड़ में से 3 एकड़ में नींबू और 7 एकड़ में अमरूद की बागवानी कर रहा हूं.

मोदी: आपका सारा सामान दिल्ली में बिक जाता है?

किसान: हम सामान को लोकल मंडी, छोटी-छोटी मंडियों में बेचते हैं.

मोदी: आपको पूरा पैसा मिलता है?

किसान: पहले से अच्छा पैसा मिलता है.

महाराष्ट्र के किसान गणेश भोंसले से पीएम मोदी ने क्या पूछा

मोदी: गणेशजी, आपके पास कितनी जमीन है?

किसान: मैं लातूर के मातुला का निवासी हूं. 3 हेक्टेयर जमीन है. इस पर तुअर, सोयाबीन उगाता हूं.

मोदी: पहले क्या करते थे?

किसान: खेती का ही काम था, सोयाबीन, तुअर, चना.

मोदी: खेती के सिवाय भी कुछ करते हैं?

किसान: 9 गाय और 13 भैंस हैं. दूध बेचकर जो पैसा मिलता है, उसका पैसा खेती में लगाता हूं.

मोदी: सच बताइएगा, खेती में ज्यादा कमाई होती है या पशुपालन में?

किसान: खेती और पशुपालन दोनों से होती है. पशुपालन से होने वाले दूध का इस्तेमाल खुद भी करते हैं, उसे बेचते भी हैं.

इसी तरह पीएम मोदी ने अन्य राज्यों के किसानों से भी चर्चा की. इनमें से ज्यादातर किसानों का जवाब यही था कि वो पहले से अच्छा कर रहे हैं और सरकारी योजनाओं से उन्हें बहुत लाभ हो रहा है.

English Summary: PM Modi's discussion on farmers' issues and government schemes
Published on: 26 December 2020, 05:27 PM IST

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