विधानसभा चुनाव से पहले ही बिहार सरकार ने लोगों को खुश करने का काम शुरू कर दिया है. यही कारण है कि राज्य में धड़ाधड़ योजनाओँ का ऐलान हो रहा है. इस बार के चुनाव में कृषि खास मुद्दा रहने वाला है. इस बात को कई संकेतों द्वारा समझा जा सकता है. उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को ही ले लीजिए. इस योजना के तहत राज्य में लोग केवल 80 रुपए में मछली-भात का स्वाद ले सकेंगे.
जी हां, आपने बिलकुल सही सुना, 80 रूपए में मछली-भात. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस योजना को लॉन्च करते हुए मछलीपालकों को बड़ा तोहफा दिया है. आंकडों के मुताबिक इस योजाना से करीब 55 लाख लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इतना ही नहीं पांच साल के हिसाब से देखें, तो बिहार 70 लाख टन मछली का उत्पादन करने वाला चुनिंदा राज्यों में से एक होगा.
लॉन्च किया पोर्टल
किसानों को मछली व्यापार के बारे में सभी तरह की जानकारी मिलती रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री ने बाजार और सूचना पोर्टल ई-गोपाला ऐप भी लॉन्च किया. उद्घाटन से पहले पटना में मछली-भात के दो कांउटर खोले गए हैं, हालांकि वो अभी ट्रायल बेस्ड ही है. इन काउंटरों की सफलता को देखने के बाद पूरे भारत में इस योजना को लागू किया जाएगा. सरकारी आंकडों के मुताबिक इस योजना पर 10 लाख की लागत आई है.
योजना का होगा विस्तार
इस योजना को फिलहाल छोटे स्तर पर शुरू किया गया है, लेकिन बहुत जल्दी ही इसका विस्तार किया जाएगा. इस योजना में 50 प्रतिशत का अनुदान भी दिया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार के सभी जिलों में फोरव्हीलर, थ्री विहलर और टू व्हीलर के माध्यम से ताजी मछली का स्वाद घर-धर पहुंचाया जा सकेगा.
लोगों का आया रिएक्शन
फिश ऑन व्हील की पहल पर नागरिकों का रिएक्शन भी आने लगा है. इस योजना पर अधिकतर लोगों ने सरकार का समर्थन किया है. लोगों ने बताया कि अभी दो मसौढ़ी निवासी का चयन हुआ है, जो गाड़ी से शहर के विभिन्न हिस्सों में घूम-घूमकर मछली-भात बेचेंगें. वैसे भी ताजी मछली और उससे बनने वाले व्यंजन की मांग बिहार में बहुत अधिक है.