पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल को बड़ी सौगात दी है. पीएम मोदी ने 7800 करोड़ रुपये की अनेक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. बता दें कि पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी का आज सुबह निधन हो गया. पीएम मोदी ने गांधीनगर पहुंचकर मां को मुखाग्नि दी, इसके बाद वे पहले से तय कार्यक्रमों में शामिल हुए.
कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की मां हीराबेन के निधन पर दु:ख जताया, ममता बनर्जी ने कहा “मेरी संवेदनाए आपके साथ हैं, इस दुख की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं, मां से बढ़कर कुछ और नहीं हो सकता है.
ममता ने कार्यक्रम छोटा करने की अपील की
सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से कार्यक्रम को छोटा करने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी आपके लिए आज का दिन दुखद है, मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी कि आपको यह दुख सहने की क्षमता दें, उन्होंने कहा- मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप कार्यक्रम को छोटा रखें, क्योंकि आप अभी अपनी मां के अंतिम संस्कार से आए हैं.
ममता ने कहा कि आज का दिन आपके लिए दुख भरा है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि आपको दुख सहने की शक्ति दे. उन्होंने कहा, आज आपका आना था, लेकिन आप मां के निधन के चलते नहीं आ सके. लेकिन आप वर्चुअली हृदय से हमारे बीच शामिल हुए हैं, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहती हूं.
पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया
-
पीएम मोदी ने हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाई.
-
2550 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अनेक सीवर अवसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
-
कोलकाता में राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता किया.
-
कोलकाता मेट्रो की जोका-तारातला पर्पल लाइन का उद्घाटन किया.
-
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी– नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर एंड सेनीटेशन का उद्घाटन किया.
ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी ने की बंगाल को तत्काल एक हजार करोड़ रुपए मदद की घोषणा
पीएम मोदी की मां हीराबेन का शुक्रवार सुबह 3.30 बजे निधन हो गया था. हीराबेन 100 साल की थीं. हीरा बेन ने अपनी अंतिम सांस अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में ली. पीएम मोदी ने अहमदाबाद पहुंचकर अपनी मां को मुखाग्नि दी. बता दें कि गुजरात के गांधीनगर में एक श्मशान घाट में साधारण तरीके से उनका अंतिम संस्कार किया गया.