नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 9 January, 2021 4:27 PM IST
PM Modi

बजट 2021-22 की उलटी गिनती अब शुरू हो चुकी है, क्योंकि इसके पेश होने में कुछ ही दिन शेष हैं. एक फरवरी को बजट को संसद (Parliament) में पेश किया जा सकता है. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने (PM Narendra Modi) देश के जाने माने इकोनॉमिस्ट्स (Economists) और विशेषज्ञों (Experts) के साथ वर्चुअल मीटिंग की. जिसमें 16 बड़े अर्थशास्त्री और एक्सपर्ट्स शामिल हुए.

आपको बता दें कि बजट 2021 पर इस बैठक का आयोजिन नीति आयोग की तरफ से किया गया था. जिसमें नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (Rajiv Kumar) और नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत (Amitabh Kant) समेत 16 अर्थशास्त्री शामिल हुए.

बैठक में इन 16 अर्थशास्त्रियों ने लिया हिस्सा

बजट पर चर्चा के लिए बुलाई गई इस बैठक में 16 अर्थशास्त्रियों ने हिस्सा लिया. जिसमें अरविंद पनगढ़िया, अरविंद विरमानी, अशोक लाहिड़ी, अबेक बरुआ, अभय पेठे, केवी कामथ, इला पटनायक, मोनिका हालन, राकेश मोहन, रवींद्र ढोलकिया, राजीव मन्त्री, सौम्या कांति घोष, शेखर शाह, सोनल वर्मा और शंकर आचार्य मौजूद रहे. इतना ही नहीं, इस वर्चुअल मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत समेत कई अन्य लोग भी शामिल रहे. वहीं प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, प्रमुख सलाहकार, कैबिनेट सचिव ने भी हिस्सा लिया.

गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी लगातार यूनियन बजट (Union budget) पर विशेषज्ञों से चर्चा कर रही है. ये साल कोरोना महामारी की वजह से काफी बुरा रहा है. इसमें कई छोटी-बड़ी कंपनियों को नुकसान पहुंचा है और बहुत से लोगों की नौकरी चली गई. इसलिए अर्थशास्त्रियों ने प्रधानमंत्री को कुछ ऐसे सुझाव दिए हैं जिससे देश की सुस्त अर्थव्यवस्था को गति मिल सके.

इस खास बैठक में अर्थशास्त्रियों ने पीएम मोदी (PM Modi) को निम्न सुझाव दिए:

  • टैक्स प्रणाली में सुधार पर जोर- अर्थशास्त्रियों ने देश के प्रधानमंत्री से इनकम टैक्स, कॉरपोरेट टैक्स और जीएसटी को तर्कसंगत बनाने की सिफारिश की है.

  • निजीकरण को बढ़ावा देने का सुझाव- अर्थशास्त्रियों की तरफ से इस बजट में कुछ खास चीजों पर आयात शुल्क कम करने के साथ-साथ निजीकरण को बढ़ावा देने का भी सुझाव दिया गया है, इकोनॉमिस्ट का कहना है कि इस बजट में कोविड-19 को देखते हुए बैंकों का री-कैपिटलाइजेशन बढ़ाना चाहिए.

  • अर्थशास्त्रियों ने मीडियम-टर्म फिस्कल रोडमैप पर काम करने और रुपए की स्थिरता को इकोनॉमी के लिए जरूरी बताया.

  • अर्थशास्त्रियों ने सरकार से खुदरा महंगाई दर पर नजर रखने के लिए भी कहा.

  • बजट 2021-22 में राजकोषीय घाटे के प्रति उदार रुख अपनाने का सुझाव.

  • अर्थशास्त्रियों ने निर्यात प्रोत्साहनों और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया.

  • एक शीर्ष अर्थशास्त्री ने भारत को $ 10 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 10 साल का रोडमैप तैयार करने की सलाह दी.

  • बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर सार्वजनिक खर्च को बढ़ाने और रोजगार के नए अवसर बनाने का भी सुझाव दिया गया.

English Summary: PM Modi discusses the budget, economists gave many suggestions
Published on: 09 January 2021, 04:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now