Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 May, 2022 5:56 PM IST
PM Modi Favorite Sweet Gifted by Badminton Player Lakshya Sen

भारत ने हाल के दिनों में 14 बार चैंपियन रही इंडोनेशिया को फाइनल में हराकर थॉमस कप (Thomas Cup) में पहला स्वर्ण पदक (Gold Medal) जीतकर इतिहास रच दिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खेल के इतिहास में कभी भी भारत ने फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं किया थालेकिन इस बार स्वर्ण पदक अपने नाम करने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा दिया थानतीजन आज भारत ने दुनियाभर में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में गढ़वा लिया है. 

ऐसे किया पीएम मोदी ने अपनी पसंद की मिठाई का जिक्र (How PM Modi Asked for Favorite Sweet) 

दरअसलइस खेल में दुनिया के 11वें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत (Kidambi Srikanth) ने उच्च रैंकिंग वाले जोनाथन क्रिस्टी को हराकर 3-0 से जीत दर्ज की और भारतीय खेमे में जश्न का माहौल बन गयाजिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के थॉमस कप नायकों के साथ-साथ उबर कप दल के साथ बातचीत भी की थी.  

जिसमें बैडमिंटन दल (Badminton Team) के साथ बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि "हांहम यह कर सकते हैं" वाला रवैया आज देश में नई ताकत बन गया है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सरकार हमारे खिलाड़ियों को हर संभव सहायता देगी". 

अल्मोड़ा की बाल मिठाई ने भाया पीएम मोदी का दिल (Almora's Famous Sweet)

गज़ब की बात तो ये है कि भारत के थॉमस कप जीत के नायकों में से एकलक्ष्य सेन ने खुलासा किया कि पीएम मोदी ने उन्हें अल्मोड़ा (Almora) की प्रसिद्ध 'बाल मिठाई' (Bal Mithai) लाने के लिए कहा था.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने ये खुलासा किया कि "पीएम मोदी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देते हैं. वह जानते थे कि अल्मोड़ा की बाल मिठाई बहुत प्रसिद्ध हैइसलिए उन्होंने मुझे इसे लाने के लिए कहा थाऔर मैं उनके लिए लाया भीसाथ ही वह ये भी जानते थे कि मेरे दादा और पिता भी खेलते थे. ये छोटी चीजें बहुत महत्वपूर्ण हैं. इतना बड़ा आदमी आपसे ये बातें कह रहा हैइसलिए उनसे बात करना बहुत अच्छा लगता है" .

सेन ने स्पोर्ट्स जगत में अपना लोहा तब मनवाया जब टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) के कांस्य पदक विजेता एंथनी गिंटिंग से उनका सामना हुआजिसके बाद फाइनल के पहले मैच में भी उन्होंने भारत को बड़ी जीत दिलाई थी. 

लेकिन अभी आप ये सब पढ़कर सोच रहे होंगे कि अल्मोड़ा की बाल मिठाई (Almora's Bal Mithai) में ऐसी क्या ख़ासियत है जिसका स्वाद चखने के लिए पीएम मोदी भी खुद को रोक न सके. तो आइये जानते हैं कि अल्मोड़ा की बाल मिठाई में ऐसा क्या है ख़ास... 

दूर-दूर तक मशहूर है बाल मिठाई (Specialty of Bal Mithai) 

Bal Mithai एक ब्राउन चॉकलेट (Brown Chocolate) की तरह का फज हैजिसे भुने हुए खोये से बनाया जाता है साथ ही इसको सफेद चीनी के गोले के साथ लेपित किया जाता है. ये भारत में उत्तराखंड (Uttarakhand) के हिमालयी राज्यविशेष रूप से Almora के आसपास के क्षेत्रों की एक लोकप्रिय मिठाई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाल मिठाई लंबे समय से अल्मोड़ा जिले और पड़ोसी कुमाऊं पहाड़ियों की विशेषता रही है. 

क्यों कहलाती है बाल मिठाई अनोखी (Uniqueness of Bal Mithai)

बाल मिठाई को गन्ने की चीनी के साथ खोया को पकाकर बनाया जाता हैजब तक कि यह गहरे भूरे रंग का न हो जाएइसको तबतक भूना जाता है और इसलिए इसे बोलचाल की भाषा में 'चॉकलेटकहा जाता है. फिर इसको जमने और ठंडा होने दिया जाता हैऔर क्यूब्स में काट दिया जाता हैजो फिर चीनी लेपित भुने हुए खसखस से बने छोटे सफेद गोले के साथ लेपित किया जाता है.

English Summary: PM Modi asked this almora unique sweet from badminton player Lakshya Sen
Published on: 22 May 2022, 05:57 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now