किसान भी अब फर्जी फ्रॉड कॉल के दायरे में आ गए हैं. बीते कुछ समय में किसानों के साथ ही ठगी के कई मामले सामने आए हैं. ठग सरकारी योजनाओं का लालच देकर किसानों के साथ ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला अब उत्तर प्रदेश से सामने आया है. जहां, किसानों को PM Kusum Yojana के तहत सोलर पंप को आसान किस्तों में प्राप्त करने का लालच दिया जा रहा है. जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और कृषि निदेशालय ने किसानों को अलर्ट किया है और ऐसे फर्जी फोन कॉल करने वालों से बचने के लिए सलाह दी है.
इन नंबरों से आए कॉल तो न उठाएं किसान
फ्रॉड कॉल के मामले सामने आने के बाद कृषि विभाग के पीएम कुसुम योजना से जुड़े सौर प्रकोष्ठ के द्वारा प्रदेश के सभी मंडलों में स्थापित कृषि उप-निदेशकों को निर्देश जारी किए गए हैं. यूपी कृषि निदेशालय में पीएम कुसुम योजना के नोडल अधिकारी सुरेश कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश में यह कहा गया है कि किसानों को 7290912735 और 7037767569 सहित कुछ अन्य नंबरों से फोन कॉल आ रही है. ये वही किसान हैं जिन्होंने कुसुम योजना में सोलर पंप के लिए आवेदन किया है.
ठगों के झांसे में न आएं किसान
कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को कृषि विभाग का कर्मचारी बताकर किसानों से सौर पंप के लिए पैसे किस्तों में जमा कराने की पेशकश करता है. इसके चलते, विभाग ने अधिकारियों से कहा है कि वे इस योजना के बारे में किसानों को जागरूक करें और बतायें कि सौर पंप के लिए किसानों के चयन से पहले टोकन कन्फर्म करने की ऑनलाइन प्रक्रिया है. यह सूचना संबंधित किसान को पंजीकृत मोबाइल नंबर पर SMS के माध्यम से दी जाती है. निर्देश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस योजना में किसानों को किस्तों में पैसे जमा कराने का विकल्प नहीं है. किसानों को एक ही बार पूरा भुगतान करना होगा. ऐसे में किसान ठगों के झांसे में न आएं.
फ्रॉड कॉल आए तो पुलिस से करें संपर्क
कृषि विभाग के सभी उप निदेशकों को विभाग ने संदेश दिया है कि वे प्रदेश में इस बारे में समाचार पत्र और अन्य संचार माध्यमों के माध्यम से लोगों को इसकी जानकारी दें. इसके साथ ही किसानों को इस बारे में भी जागरूक करने के लिए कहा है कि वे अगर उन्हें कोई भी फ्रॉड कॉल आता है, तो बारे में सीधा पुलिस से संपर्क करें, ताकि ऐसे मामलों पर अंकुश लगाया जा सके.
क्या है पीएम कुसुम योजना?
पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत, किसानों को सोलर पंप दिए जाते हैं,जिसकी क्षमता 1 हॉर्सपावर से लेकर 10 हॉर्सपावर तक की होती है. इस पर सरकार किसानों को 70% तक की सब्सिडी प्रदान करती है. हाल ही में यूपी सरकार ने किसानों की सिंचाई लागत कम करने के उद्देश्य से उन्हें योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का मौका दिया था. इसके तहत किसानों को सोलर पंप देने के लिए हर जिले के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं.