पीएम किसान सम्मान निधि योजना को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक अहम बात कही है. वो मंगलवार को लोकसभा सत्र के दौरान इस योजना को लेकर जानकारी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के अगस्त महीने तक पीएम-किसान योजना के तहत केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के खाते में कुल 38,282 करोड़ रुपये की राशि भेजी है. इसके साथ ही मंत्री ने योजना को लेकर एक बड़ी बात भी कही. उन्होंने कहा कि शेष किस्तों के अग्रिम भुगतान और राशि बढ़ाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है. योजना के तहक किसानों के खाते में तीन किस्तों में छह हजार रुपये प्रदान की जाती है. अपने भाषण में उन्होंने महाराष्ट्र के सतारा जिले के बारे में चर्चा किया. उन्होंने कहा कि इस जिले में कई पात्र किसानों का पैसा उनके खाते में नहीं पहुंचा है, जिसकी शिकायतें केंद्र सरकार के पास मिली है जिसका कारण आंकड़े भरने में त्रुटि है.
पीएम-किसान योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा छठी किस्त किसानों के खाते में अभी तक ट्रांसफर की जा चुकी है. अब इस योजना में सरकार सातवीं किस्त किसानों के खाते में भेजने की तैयारी कर रही है. पीएम- किसान योजना को अभी तक की किसानों के लिए सबसे बड़ी योजना माना जाता है. इसे शुरू हुए लगभग बीस माह का समय पूरा हो चुका है और इसके जरिए देशभर में करोड़ो किसानों को इससे आर्थिक मदद दी जा चुकी है. आंकड़ों की मानें तो सबसे ज्यादा इस योजना का लाभ बिहार के किसानों को मिला है.
देशभर में किसानों ने इसकी फॉर्म भरते वक्त कई तरह की गलती की है जिसके वजह से उनके किस्त मिलने में मुश्किल हुई और पैसे खाते में नहीं पहुंचे. अगर आपको भी ऐसा लगता है तो एक बार अवश्य चेक कर लें और इसके लिए दोबारा अप्लाई करें. फॉर्म भरते समय पूरी तरह से सावधानी बरतें और किसी भी प्रकार की गलती ना करें. किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर इन सभी को अच्छे से सही-सही भरना. आधार में जो नाम है फॉर्म में भी वही स्पेलिंग बिना गलती के वही भरना जरूरी है. फॉर्म में गलती करने वाले किसानों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसान सबसे आगे हैं. आशा करते हैं कि आप सभी जानकारियों को सही से भऱकर सालाना 600 रुपये मिलने वाले लाभ ले सकेंगे.