वैश्विक महामारी कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन लगा हुआ है जिसके चलते किसान और आम जनमानस को मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है. सरकार इस बीमारी निजात दिलाने के लिए दिन-प्रतिदिन कई तरह के एलान कर रहीं है. विगत कुछ वर्षों से चल रही किसानों से जुड़ी लाभकारी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना इस लॉकडाउन में भी प्रगति पर है. इस योजना के तहत किसानों साल में दो-दो हजार की तीन किस्तों के माध्यम से 6000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. सरकार ने दावा किया है कि जब से देश में लॉकडाउन लगा तब से लगभग 9 करोड़ किसानों को इसके माध्यम से लाभ पहुंचाया गया है शेष जो किसान बचे है उनके बैंक खातों में जल्द ही ये राशि भेज दी जाएगी लेकिन उक्त बातों के इतर कुछ किसानों ने दावा किया है कि उनके सभी दस्तावेज सही होने के बावजूद भी उनके खातों में यह राशि नहीं पहुंच रही है.
बता दें, ऐसे किसान जिनके परिवार में कोई भी इनकम टैक्सदाता होगा या इनकम टैक्स जमा करता होगा तो ऐसे किसान परिवार के किसी भी सदस्य को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.चाहें क्यों न ही उनके सभी दस्तावेज सही हों. प्रधान मंत्री सम्मान निधि योजना के लाभार्थी बनने के लिए किसानों में निम्न योग्यता होनी चाहिए.
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किसान के पास खेती के लिए अपनी भूमि होनी चाहिए.
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बैंक खाता में रजिस्टर्ड नाम और आधार कार्ड में रजिस्टर्ड नाम समान होने चाहिए.इसके अलावा (जैसे कि पिता का नाम, उम्र, पता इत्यादि) बैंक डिटेल और आधार कार्ड में दी जानकारी से अलग नहीं होना चाहिए.
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किसान किसी भी तरह का इनकम टैक्स न जमा करता हो और न ही किसी विशेष सरकारी नौकरी की पेंशन लेता हो.
पीएम किसान योजना में स्वंम से करें पंजीकरण
योजना के लिए आवेदन करने के कई तरीके हैं. पहला किसान भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट यानी https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर खुद को पीएम किसान के लिए पंजीकृत कर सकते हैं.
यहां https://www.pmkisan.gov.in/RegistrationForm.aspx किसान को पंजीकरण फॉर्म भरने और खुद को पंजीकृत करने होगी.