Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 27 April, 2019 5:10 PM IST

हाल में ही लेज और पेप्सी बेचने वाली कंपनी पेप्सिको ने गुजरात के 9 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. दरअसल पेप्सिको कंपनी अब रजिस्टर्ड आलू उगाने वाले उन किसानों के साथ समझौता करने को तैयार हो गई है. इस मुकदमे के तहत पेप्सिको कंपनी ने बिना अनुमति के रजिस्टर्ड आलू उगाने वाले किसानों से  4.2 करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग की है. पेप्सिको इंडिया कंपनी का कहना है कि अगर किसान उसके द्वारा रजिस्टर्ड आलू उगाना बंद कर देंगे तो केस कंपनी वापस ले लेगी। इस कंपनी ने FC5 नाम की आलू की प्रजाति रजिस्टर्ड करवाई थी. बता दें  पेप्सिको ने अपने प्रस्ताव के तहत अपने मौजूदा स्टॉक को नष्ट करने को भी कहा है.

ईटी के अनुसार अहदाबाद में पेप्सिको ने मौखिक तौर पर कहा कि यदि किसान इस किस्म की आलू की खेती करना चाहते है तो कंपनी के साथ एग्रीमेंट करके बीज ले सकते है और खेती भी कर सकते है यदि किसान आलू बेचना चाहते है तो वापस उन्ही को बेच सकते है. कंपनी ने दावा किया है कि FC5 आलू की किस्म प्लांट वैरायटी प्रोटेक्शन अधिकार नियम के मुताबिक 2031 तक के रजिस्टर्ड कर सकती है. किसान इस आलू को तब तक नहीं उगा सकते जब तक कंपनी अनुमति न दे. रिपोर्ट की माने तो जासूसों के माध्यम से कंपनी ने इन किसानों का पता लगाया था.

कंपनी ने गुजरात के साबरकंठा जिले 4 किसान पर 1.5-1.5 रूपये हर्जाने का केस किया है. बता दे इससे पहले भी गुजरात के पांच किसानों पर इसी तरह का मुकदमा किया गया था. इन चारों किसानों ने कोर्ट से 12 जून तक का समय मांगा है,  बता दें पेप्सिको ने किसानों को समझौते का भी प्रस्ताव दिया है.

English Summary: PepsiCo has done a case of 1-1 crore on potato-growing farmers, now offer this!
Published on: 27 April 2019, 05:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now