Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 3 October, 2019 3:06 PM IST

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चार दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेले का आयोजन किया गया. 27 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले इस किसान मेले में कई तरह के कृषि मशीनरी और बीज उत्पादक देखने को मिले. बता दें कि इस मेले का उद्घाटन श्रेष्ठ किसान पुरस्कार से सम्मानित रेखा भंडारी ने किया. पिथौरागढ़ की रहने वाली किसान रेखा को नेपाल में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अतिथि व्याख्यान के लिए भी आमंत्रित किया जा चुका है.

किसानों ने दिखाया उत्साह

भारत के अलग- अलग हिस्से से आये किसानों के लिए इस मेले में जहां एक तरफ कृषि के नये एवं आधुनिक मशीनों की भरमार थी, वहीं कई प्रकार के कृषि उत्पादों भी बिक्री के लिए उपलब्ध थे. वैसे मेले में लगाए गए अलग-अलग महाविद्यालयों एवं शिक्षा संस्थान के स्टॉल्स भी किसानों को उन्नत खेती की शिक्षा देने में कामयाब रहे.

कृषि मशीनों का हुआ प्रदर्शनः
मेले में विभिन्न फर्मों के कृषि मशीनों जैसे- ट्रैक्टर, कंबाइन हार्वेस्टर, पावर ट्रिलर के साथ-साथ पावर वीडर, प्लांटर मशीन आदि की प्रदर्शनी भी लगाई गयी. किसानों को मशीनों के माध्यम से मॉडर्न एवं टेक्निकल खेती सिखाने के लिए स्वायलर, सिंचाई यंत्रों तथा अन्य ग्लोबल कृषि यंत्रों का भी प्रदर्शन किया गया.

 इनकी रही विशेष मांगः

मेले में जगह-जगह सब्जियों, फूलों, औषधीय एवं फलों के स्टॉल्स भी लोगों को खासा पसंद आये. बता दें कि अधितकर सब्जियों एवं फलों को जैविक खेती के माध्यम से उगाया गया था. वहीं विवि की तरफ से भी रबी की विभिन्न फसलें किसानों के लिए उपलब्ध करवायी गयी थी. सबसे अधिक मांग गेहूं, सरसों, चना, मटर और मसूर आदि के बीजों की रही. इसके अलावा पम्पस, मोटर्स और स्प्रेयर, प्लांटिंग-मैटेरियल्स, पेस्टीसिड्स एंड बायो पेस्टीसिड्स, वेटरनरी मेडिसिन्स, एनिमल फीड्स, फ़ूड और बेवरेजेज तथा हर्बल प्रोडक्ट्स की भी भारी मांग मेले में देखी गयी.

English Summary: Pantnagar Kisan Mela 2019 main attraction GB Pant University of Agriculture and Technology
Published on: 03 October 2019, 03:10 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now