सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 31 January, 2019 6:02 PM IST

देश के इतिहास में अभी तक किसी भी सरकार ने किसानों को पद्म पुरस्कार के लायक नहीं समझा था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों को भी पद्म पुरस्कार के लायक समझा है. इस बार खेती-किसानी करने वाले 12 किसानों को देश का चौथा बड़ा नागरिक सम्मान पद्मश्री के लिए चयनित किया गया है. अभी तक भारत सरकार की ओर से आम तौर पर सिर्फ कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा के क्षेत्र में ही यह पुरस्कार दिया जाता रहा है. हाल ही में हुई पद्म पुरस्कारों की घोषणा में 12 किसानों में से एक नाम ओडिशा के दैत्री नायक का भी है, जिन्हें पद्मश्री देने की घोषणा की गई है.

बता दें कि दैत्री नायक वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपने गांव में पानी लाने के लिए पहाड़ जैसे पठारी इलाके में एक नहर बना दी थी. किसान नायक ने अपनी इस मेहनत से अपनी मुश्किलों के साथ-साथ गांव के कई और किसानों की भी मुश्किल दूर कर दी थी.70 साल के किसान दैत्री नायक को यह नहर बनाने में तकरीबन 3 साल लगे थे और उन्होंने इन 3 सालों में अकेले ही 1 कि0मी0 लंबी नहर खोद डाली. बता दें कि पहले केन्दुझर जिले के बांसपाल, तेलकोई और हरिचंदपुर ब्लॉक के लोगों को पानी के अभाव में जीना पड़ता था और इसका खेती पर भी असर पड़ रहा था. हालांकि किसान दैत्री नायक के अथक मेहनत के बाद से लोगों को अब भरपूर पानी मिल रहा है.

इस काम में किसान दैत्री के परिवार ने भी उनकी मदद की. साथ ही प्रशासन ने भी दैत्री नायक के बारे में पता चलने पर सुध ली और आवश्यक मदद का आश्वासन दिया था.  दैत्री नायक की कहानी बिहार के दशरथ मांझी जैसी ही है.  दरअसल  दशरथ मांझी जिन्हें 'माउंटेन मैन'  के रूप में भी जाना जाता है. मांझी बिहार में गया के करीब 'गहलौर' नामक गांव के एक गरीब मजदूर थे. उन्होंने केवल एक हथौड़ा और छेनी लेकर अकेले ही 360 फुट लंबी, 30 फुट चौड़ी और 25 फुट ऊँचे पहाड़ को काट के एक सड़क बना डाली  थी . 22 वर्षों के अथक परिश्रम के बाद, दशरथ मांझी के बनायी सड़क ने अतरी और वजीरगंज ब्लाक की दूरी को 55 किमी से 15 किलोमीटर कर दिया था.

English Summary: Padma Shri Award for Farmer Dainik Nayak of Odisha
Published on: 31 January 2019, 06:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now