Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 17 August, 2021 12:24 PM IST
Padddy Farming

एक तरफ बारिश लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात दिलाती है, तो वहीं दूसरी तरफ  धान की खेती  करने वाले किसानों के लिए बारिश वरदान है. बता दें जून से मध्य जुलाई तक का समय खरीफ फसल के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इस वर्ष मानसून की बेरुखी ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है.

दरअसल, इस समय देश के बड़े हिस्से में बारिश, सामान्य बारिश से 6 फीसदी कम हुई है. ऐसे में इसका सीधा असर खरीफ फसल की बुवाई पर पड़ रहा है. बारिश कम होने से इस वर्ष खरीफ की फसल काफी प्रभावित हुई है. खरीफ सत्र में अब तक एक साल पहले की समान अवधि से मामूली घटकर 349.24 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुवाई हुई है. 13 अगस्त तक किसानों ने 997 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई की है. यह एक साल पहले की समान अवधि के 1,015.15 हेक्टेयर लाख हेक्टेयर के आंकड़े से कुछ कम है. 

जानिए फसलों का आंकड़ा

खरीफ फसल

खरीफ फसलों में धान, मोटे अनाज, तिलहन तथा कपास आता है, जिसकी बुवाई पिछले साल की समान अवधि से कम है.

तिलहन

वहीं बात करें तिलहन फसलों की बुवाई की तो अब तक 180.14 लाख हेक्टेयर हुई है, जो पिछले साल 185.45 लाख हेक्टेयर था.

मोटे अनाज

मोटे अनाजों की बुवाई इस वर्ष घटकर  163.04 लाख हेक्टेयर रहा है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा  167 लाख हेक्टेयर था

कपास

कपास की फसल की बुवाई का आंकड़ा 125.48 लाख हेक्टेयर से घटकर 116.17 लाख हेक्टेयर है.

दलहन

दलहानी फसलों की बुवाई के आंकड़ा में मामूली बढ़ोत्तरी देखी गई है. बता दें कि यह आंकड़ा 126.98 लाख हेक्टेयर पंहुचा है जोकि पिछले साल 125.06 लाख हेक्टेयर था.

गन्ना

गन्ने की फसल की बुवाई में भी हल्की बढ़ोत्तरी देखी गई है. बता दें कि 54.52 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है, जो कि पिछले साल इसका आंकड़ा 53.69 लाख हेक्टेयर रहा था.

ऐसे ही फसल से सम्बंधित जानकारी जानने के लिए जुड़े रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से.

English Summary: paddy sowing declined due to less rain
Published on: 17 August 2021, 12:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now