पिछले 24 घंटों से गायब रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिंदबरम की लुका छिपी आखिर खत्म हो गई और बुधवार रात को हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद सीबीआई आईएनएक्स मीडिया केस में पी चिदंबरम को गिरफ्तार करने में सफल रही. हालांकि गिरफ्तारी के बाद चिदंबरम से किसी तरह के सवाल पूछना अभी भी उनके लिए टेढ़ी खीर बनी हुई है. इस बारे में सूत्रों की माने तो बुधवार रात गिरफ्तारी के बाद से ही सीबीआई अधिकारी चिदंबरम से पूछताछ करने में लगे रहे, लेकिन वो इसमे किसी तरह का सीबीआई को सहयोग नहीं कर रहे हैं.
चिदंबरम ने कुछ भी बोलने से इंकार किया
खबरों के मुताबिक जब एक सीबीआई अधिकारी ने उनसे कड़े सवाल किये तो चिदंबरम जवाब देने की जगह उन्हें ही कानून का पाठ पढ़ाने लगे. इतनी ही नहीं उन्होंने आईएनएक्स मीडिया और उनके मध्य संपर्कों से जुड़े सवालों पर सीधे तौर पर कुछ बोलने से मना कर दिया. गौरतलब है कि पूछताछ के दौरान पीटर-इंद्राणी मुखर्जी एवं आईएनएक्स मीडिया को कितने का एफआईपीबी एप्रूव हुआ आदि सभी प्रश्नों पर चिदंबरम खामोश रहे.
चिदंबरम ने कहा मुझे फंसाया जा रहा है
अपनी गिरफ्तारी से जुड़े प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी की सरकार उनसे राजनैतिक द्वेष के कारण ऐसा कर रही है, जबकि इस केस से उनका कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि इस केस में उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य पर किसी तरह के आरोप नहीं है, लेकिन फिर भी साजिश के तहत ये सब किया जा रहा है.
चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष खामोश
गौरतलब है कि चिदंबरम की गिरफ्तारी पर अभी तक विपक्ष की किसी भी पार्टी ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं की है. आप, बीएसपी, एसपी समेत खुद कांग्रेस ने भी किसी तरह का जोरदार प्रर्दशन नहीं किया है. हालांकि कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में लगी हुई है और सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाने का काम कर रही है. कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार ने देश की डूबती अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाने के लिए चिंदबरम को गिरफ्तार करवाया है.