सब्जियों के दाम इस समय सातवें आसमान पर हैं. प्याज के महंगे दामों ने तो मानो रसोई में आग ही लगा रखी है. दिल्ली समेत एनसीआर में पिछले हफ्ते 100 रुपये किलो बिककर प्याज ने हाहाकार मचा दिया. प्याज की सेंचुरी लगते ही हर किसी ने कीमतों को लेकर अपने तर्क देने शुरू कर दिये. किसी ने बरसाती नुकसान को कारण बताया तो किसी के पास खराब मौसम को लेकर अपने विचार थे.
प्याज की आग सरकरी महकमे तक भी पहुंची और अब, जब आनन-फानन में आयकर विभाग का डंडा चला तो कीमते तपाक से कम हो गई. खबरों के मुताबिक आयकर विभाग ने देशव्यापी स्तर पर कारोबारियों के गोदामों और दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. जिसके बाद मंडियों में भाव 10 से 20 रूपये प्रति किलो कम हो गये.
बड़े स्तर पर चल रहा है प्याज की जमाखोरी का खेलः
बता दें कि सितम्बर-अक्टूबर माह में महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में भारी बरसात हुई थी. जिस कारण वर्तमान में प्याज के दाम आसमान छू गये. दिन-प्रतिदिन बढ़ते हुए प्याज के दाम उछलकर 100 रूपये किलो तक हो गये. इस बीच ऐसी खबरें भी सुनने में आयी कि भाव बढ़ने के बाद भी किसानों को विशेष लाभ नहीं हो रहा. लेकिन बड़े स्तर पर व्यापारी जमाखोरी कर मोटा पैसा कमा रहे है.
जमाखोरों पर कसा आयकर विभाग ने शिकंजाः
प्याज की जमाखोरी की लगातार खबरें मिलने पर आयकर विभाग हरकत में आया और देशव्यापरी स्तर पर छापेमारी शुरू की. इस छापेमारी में बड़े स्तर पर ऐसे व्यापारी एवं कारोबारी आयकर के हत्थे चढ़े जिन्होनें अवैध तौर पर प्याज का भंडारण कर रखा था.
दोषियों पर होगी का कार्रवाईः
प्याज की जमाखोरी पर आयकर विभाग ने मीडिया को बताया कि इस मामले को लेकर हम गंभीर हैं. जमाखोरी करने वालों पर हमारी नजर है और दाषियों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी.