किसान सम्मान दिवस पर 27 किसानों को सम्मानित किया गया. इस मौके पर गेहूं, चना, गन्ना, मक्का, मौन पालन, टमाटर, मिर्च, मछली,दुध, आदि क्षेत्रों में प्रथम व द्वितीय पुरस्कार दिया गया.
कृषि गोष्ठी में वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को आधुनिक खेती के तकनीक के बारे में जानकारियां दी गईं एवं कृषि संबंधित अपने-अपने विभाग की सरकारी कृषि योजनाओं को अधिकारी द्वारा किसानों को बताया गया. गोष्ठी का अध्यक्षता हनुमानगंज विकासखंड के ब्लॉक प्रमुख के प्रतिनिधि ने किया. प्रगतिशील किसानों द्वारा अपने अनुभव को विचार गोष्ठी के माध्यम से किया गया.
कार्यक्रम में उपस्थित किसान बंधुओं को संबोधित करते हुए जिला विकास अधिकारी ने कहा कि आजादी के बाद हम अनाज के लिए दूसरे पर निर्भर थे परंतु आज भारत विश्व के कई देशों में अनाज का निर्यात कर रहा है. यह सब देश के किसानों के मेहनत के बदौलत ही संभव हो सका है.
जिला विकास अधिकारी ने कहा कि देश की रीड की हड्डी किसान हैं. उन्होंने किसानों को सचेत करते हुए भी कहा कि आज रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से हम अनाज को बढ़ाएं परंतु भूमि की उर्वरा शक्ति भी समाप्त हो रही है.
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साथ ही जनसंख्या बढ़ने से जमीनें बट रही है. कृषक बंधु वैज्ञानिक विधि से खेती करें जिसमें लागत कम हो आमदनी ज्यादा हो.
रबीन्द्रनाथ चौबे कृषि मीडिया बलिया उत्तरप्रदेश