Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 23 April, 2021 3:31 PM IST
Farmer

बेशक, सत्ता के सिंहासन पर कोई भी विराजमान रहे, लेकिन हर हुकूमत कर्ताओं की फेहरिस्त में हमेशा से ही किसान भाई अव्वल दर्जे पर कामय रहे हैं. इसमें कोई दोमत या दोराय नहीं है कि हर सरकार ने किसानों की उन्नति व उन्नयन के लिए अनेकों प्रयास किए हैं. अब इन सबके बावजूद भी अगर किसानों की बदहाली अब तक बरकरार है, तो यकीनन उन राहों को दुरूस्त करने की दरकार है, जिनसे होते हुए किसान भाइयों तक केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पहुंचती है, चूंकि आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि धरातल पर उचित व्यवस्था के अभाव में किसान भाई सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं. बेशक, इस दिशा में सरकार को पूर्ण तौर पर सही नहीं ठहरा सकते हैं. अभी इस दिशा में सरकार को अपने पूरे लाव लश्कर को दुरूस्त करना होगा, ताकि हमारे किसान भाई आत्मनिर्भर बन सके.

विदित हो कि किसानों की उन्नति के लिए सरकार ने अनेकों योजनाओं की शुरूआत की है, जिनका मुख्य ध्येय किसानों की उन्नति करना रहा है. इसी में से एक योजना का नाम 'किसान सम्मान निधि' योजना है. खासकर, यह योजना आर्थिक तौर पर कमजोर किसानों के लिए शुरू की गई है. इसके तहत किसान भाइयों को प्रतिवर्ष 6 हजार रूपए तीन किस्तों में प्रदान की जाती है. इस बीच खबर है कि किसान भाइयों को अप्रैल से लेकर जुलाई तक आठवी किस्त का पैसा उनके खाते में आने वाला है. कई मौकों पर हमारी कई किसानों से बात हुई है, जिन्होंने केंद्र सरकार की इस योजना की खूब प्रशंसा की है. संभवत: आपको स्मर्ण हो कि जब इस योजना का शुभारंभ किया गया था, तो विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार की खूब भत्सर्णा की थी.

विपक्षी दलों ने इसे किसानों के आत्मसम्मान पर कुठाराघात तक करार दे दिया था, मगर इस योजना के प्रति मिली किसानों की प्रतिक्रिया ने विपक्षी दलों द्वारा सरकार की गई आलोचनाओं को अर्थविहीन साबित कर दिया है. काफी संख्या में किसान भाई इस योजना से लाभान्वित हुए हैं, मगर इस बीच आपको यह जानकर सर्वाधिक खुशी होगी कि अगर आप अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठाते हुए आए हैं, तो केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई मानधन योजना के तहत प्रतिवर्ष 36 हजार रूपए प्राप्त कर सकते हैं.

अगर आप अब तक 'किसान सम्मान निधि योजना' का लाभ उठाते हुए आ रहे हैं, तो फिर आप किसान सम्मान निधि योजना का लाभ भी बेहद सरलता से उठा सकते हैं. इसके लिए आपको किसी भी प्रकार की कागजी कार्रवाई नहीं करनी होगी, चूंकि आपके सारे कागजात पहले से ही किसान सम्मान निधि योजना के तहत जमा किए जा चुके हैं. 

आखिर क्या है किसान मानधन योजना

यह योजना उन किसान भाइयों के लिए शुरू की गई है, जो 60 वर्ष की सीमा को पार कर चुके हैं. ऐसे सभी किसानों को आर्थिक तौर पर सबल बनाने की दिशा में इस योजना की शुरूआत की गई है. इस योजना के तहत किसान भाइयों को प्रतिवर्ष 36 हजार रूपए प्रदान किए जाते हैं. इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं बस 18 वर्ष की उम्र से लेकर 60 वर्ष की उम्र तक निरंतर 55 रूपए जमा कराने होंगे. अगर आप 30 वर्ष की आयु पार कर  चुके हैं, तो आपको प्रतिमाह बतौर अंशदान 110 रूपए जमा कराने होंगे.

 वहीं, 40 साल की उम्र को पार कर चुके किसान भाइयों को इस योजना के तहत प्रतिमाह अशदान के रूप में 200 रूपए जमा कराने होंगे. इस तरह से जब आप 60 साल तक ऐसा करते रहेंगे, तो फिर आपको प्रतिमाह 3 हजार रूपए प्रदान किए जाएंगे, लेकिन एक बात का ध्यान रहे कि इस योजना का लाभ महज वहीं किसान उठा सकते हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है.

English Summary: now farmer can get 36 thousand
Published on: 23 April 2021, 03:37 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now