कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है. चीन में अब तक इसके वजह से 106 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1300 नए मामले सामने आए हैं. चीन के सेंट्रल हुबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 24 और लोगों की मौत वायरस से हुई है और 1,291 अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. बता दे कि अभी तक 4000 से अधिक केस सामने आ चुके हैं. चीन से निकलकर कोरोना वायरस दूसरे देश में भी पांव पसार रहा है. अमेरिका, हांगकांग, मकाऊ, ताईवान और भारत के बाद अब श्रीलंका में भी कोरोन वायरस के संदिग्ध मिले हैं.
इसके मद्देनजर सोमवार को कैबिनेट सचिव ने चीन में ‘नोवेल कोराना वॉयरस’ फैलने से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की. बैठक में स्वास्थ्य, विदेश, नागर विमानन, श्रम, रक्षा तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सचिव तथा महानिदेशक (सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा) उपस्थित थे. कैबिनेट सचिव को बताया गया कि कल तक 137 विमानों (कुल यात्री संख्या 29707) की स्क्रिनिंग की गई है. जिसमें से 12 यात्रियों के नमूने इनआईवी, पुणे को भेजे गये हैं. अब तक किसी व्यक्ति में वॉयरस के लक्षण नहीं पाये गये हैं.
भारत सरकार के द्वारा उठाएं गए कदम
नागर विमानन मंत्रालय
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चीन से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कनेक्टिविटी वाले सभी विमानों में प्रबंधन और बीमारी की सूचना देने वाले किसी भी व्यक्ति के बारे में अधिसूचना के लिए निर्देश जारी करना.
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विमानों में उद्घोषणा की सुविधा प्रदान करना.
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चीन से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कनेक्टिविटी वाले सभी विमानों को स्वास्थ्य कार्ड देना.
गृह मंत्रालय
नेपाल सीमा पर एकीकृत चेक पोस्टों द्वारा आगंतुकों की स्क्रीनिंग करने को सुनिश्चित बनाने के लिए राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे इन चेक पोस्टों पर स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध कराएं. एसएसबी/बीएसएफ/आव्रजन अधिकारियों की तैनाती वाली चेक पोस्टों को आगाह कर दिया गया है.
नौवहन मंत्रालय
चीन से आने वाले जहाजों के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाहों पर प्रवेश करते वक्त स्क्रीनिंग की शुरूआत.
इसके अतिरिक्त नेपाल की सीमा से लगे 5 राज्यों में स्क्रीनिंग और तैयारी की समीक्षा के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को मुख्य सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक की. मुख्य सचिवों से कहा गया कि वे स्वास्थ्य कर्मियों के जरिये यात्रियों की सामुदायिक स्तरीय निगरानी सुनिश्चित करें. इसमें यह भी तय किया गया है कि वूहान में भारतीय नागरिकों की संभावित निकासी की तैयारी करने के लिए कदम उठाए गए हैं. इस सम्बंध में विदेश मंत्रालय चीनी अधिकारियों से आग्रह करेगा. इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय क्रमशः यातायात और संगरोधन (क्वारन्टीन) सुविधाओं की व्यवस्था करेगा.
कोरोना वायरस
कोरोना वायरस पहली बार 1960 के दशक में मिला. इसके छह स्ट्रेन मिले हैं, किंतु चीन में सातवां स्ट्रेन संक्रमित हुआ. इसे नोबेल कोरोना वायरस कहा जा रहा है. लक्षण पूरी तरह स्वाइन फ्लू जैसे हैं. ऐसे में जांच से ही पता चल पाएगा. कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में तेजी से निमोनिया बनता है.
कोरोना वायरस के लक्षण
इसके लक्षण हूबहू स्वाइन फ्लू के जैसे है जिस वजह से चिकित्सक भी भ्रमित हैं. कोरोना वायरस से भी सर्दी, नाक बहना, तेज जुकाम, बुखार, सिर दर्द, कफ, खांसी, गले में दर्द और निमोनिया बनता है. ये कोरोना वायरस का सातवां स्ट्रेन है, जिससे बचाव के लिए कोई वैक्सीन व दवा नहीं है.