पशुपालकों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। अब उन्हें पशुपालन में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। दरअसल, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट (NIFTEM) ने एक किट विकसित की है, जिसके माध्यम से किसान गाय के गर्भ की जांच घर पर ही आसानी से कर सकेंगे। इसके लिए केवल एक बूंद खून की जरूरत होगी। इससे किसानों का पैसा बचेगा और उन्हें पशुपालन में कठिनाई नहीं होगी।
सिर्फ एक बूंद खून से होगी जांच
जो किसान बड़े स्तर पर पशुपालन करते हैं, उनके लिए यह किट किसी वरदान से कम नहीं है। इस किट की मदद से वे आसानी से और तुरंत यह पता लगा सकते हैं कि गाय गर्भवती है या नहीं।
परंपरागत तरीकों से गर्भधारण की जांच में न केवल समय लगता है, बल्कि कई बार यह प्रक्रिया गाय और भ्रूण दोनों के लिए जोखिम भरी साबित होती है। कभी-कभी भ्रूण भी नष्ट हो जाते हैं। वहीं, यह नई किट पूरी तरह से सुरक्षित और सरल है, जिससे जांच बिना किसी नुकसान के की जा सकती है।
28वें दिन करें किट का इस्तेमाल
जो किसान इस किट का उपयोग करना चाहते हैं, उन्हें ध्यान रखना होगा कि इसका प्रयोग गर्भधारण के 28वें दिन से ही किया जाए। इससे पहले उपयोग करने पर परिणाम गलत हो सकता है। गर्भधारण के 28वें दिन पर यह किट सटीक परिणाम देती है।
पनीर में मिलावट की होगी आसान जांच
गाय के गर्भ की जांच किट के अलावा, NIFTEM ने एक और घरेलू किट विकसित की है, जो पनीर में मिलावट की पहचान करने में मदद करेगी। अक्सर पनीर में यूरिया जैसी हानिकारक चीजें मिलाई जाती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होती हैं और इससे कई बीमारियों का खतरा बन जाता है। यह किट मिलावट की पहचान को आसान बना देगी।
देश-विदेश के किसानों के लिए फायदेमंद
इस किट से किसानों को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब उन्हें गाय के गर्भधारण की स्थिति जानने के लिए न तो कहीं जाने की जरूरत होगी और न ही महंगे डॉक्टर की सेवाएं लेनी पड़ेंगी। वे घर बैठे ही अपने पशु की जांच तेजी से कर सकेंगे। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि खर्च भी कम होगा।