अब सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद की बागडोर एनवी रमन्ना (nv ramana) संभालने जा रहे हैं. अब तक इस अहम पद की जिम्मेदारी चीफ जस्टिस एसए बोबडे संभालते हुए आ रहे हैं, लेकिन अब आगामी 23 अप्रैल को वे सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं, जिसके बाद 24 अप्रैल को एनवी रमन्ना इस पंद की बागडोर संभालेंगे. बता दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई ने अपने कार्यकाल में कई अहम मसलों पर अपना फैसला सुनाया है.
हालांकि, राम मंदिर, धारा 370 समेत कई अहम फैसलों पर अपना फैसला सुनाकर जस्टिस रंजन गोगोई हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास की इबारतों में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं. वैसे भी जस्टिस बोबडे हमेशा ही कई अहम मसलों को लेकर अपनी अहम टिप्पणी को लेकर सुर्खियों में बने ही रहते हैं.
राष्ट्रपति दे चुके हैं सहमति
यहां हम आपको बताते चले कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath kovind) जस्टिस एनवी रमन्ना को सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाने के लिए अपनी तरफ से विधिवत सहमति दे चुके हैं. अब कुछ ही दिनों का इंतजार है, इसके बाद हम जस्टिस एनवी रमन्ना बतौर जीफ जस्टिस ऑफ इंडिया देखेंगे.
जानें कैसा है जस्टिस रमन्ना का अब तक का सफर
वहीं, जस्टिस रमन्ना के अब तक के सफर की बात करें, तो वे मूलत: आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं. वे एक किसान परिवार से हैं. उन्होंने 1983 में पहली मर्तबा वकालत की दुनिया में अपना पहला कदम कदम रखा था. वहीं, अगर उनके शिक्षा की बात करें, तो उन्होंने विज्ञान और वकालत में स्नातक किया है.
27 जून 2000 को जस्टिस एमनी रमन्ना को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. इसके बाद सितंबर 2013 में जस्टिस रमन्ना को दिल्ली हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. इसके बाद 17 फरवरी 2014 को जस्टिस रमन्ना को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था, जिसके बाद से लेकर अब तक वे सुप्रीम कोर्ट के बतौर न्यायाधीश के पद पर विराजमान रहे हैं और वे मुख्य न्यायाधीश का पद ग्रहण करने जा रहे हैं.