गेहूं की उपज लगातार बढ रही है. यह वृध्दि गेहूं की उन्नत किस्मों तथा वैज्ञानिक विधियों से हो रही है. यह बहुत ही जरूरी है कि गेहूं का उत्पादन बढाया जाय जो कि बढती हुई जनसंख्या के लिए आवश्यक है.
गेहूं की खेती पर काफी अनुसंधान हो रहा है और उन्नत किस्मों के लिए खेती की नई विधियां निकाली जा रही है. इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है कि प्रत्येक किसान को गेहूं की खेती की नई जानकारी मिलनी चाहिए जिससे वह गेहूं की अधिक से अधिक उपज ले सके.
इसी कड़ी में गेहूं की खेती करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल उन्हें अच्छी पैदावार देने वाली गेहूं की 150 नई किस्में बुलंदशहर जनपद में ट्रायल के लिए पहुंच गई हैं. इन सभी अगेती और पछेती किस्मों का नगर के कृषि विज्ञान केंद्र में ट्रायल होगा. ट्रायल पूरा होने में लगभग 1 से 10 साल तक का समय लग सकता है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार लगातार किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में पहल कर रही है. वहीं, दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिक किसानों को बंपर पैदावार के साथ कम पानी वाली गेहूं की किस्मों सहित अन्य फसलों के नए-नए बीज तैयार करने में जुटे हुए हैं. भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा देशभर में संचालित गेहूं अनुसंधान केंद्रों के वैज्ञानिकों ने गेहूं की 150 नई किस्मों के बीज तैयार करने में सफलता पाई है.
वैज्ञानिकों द्वारा इनका सफल परीक्षण होने के बाद अब इन्हें देश के लगभग सभी जिलों में ट्रायल के लिए भेजा गया है. ये बीज नगर के कृषि विज्ञान केंद्र में भी भेजे गए हैं. वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी इन किस्मों को नाम नहीं दिया गया है. ट्रायल पूरा होने के बाद इन किस्मों को रिलीज कर नाम दिया जाएगा.
गेहूं की 10 नई किस्मों का अगले साल मिल सकता है बीज (Seeds of 10 new varieties of wheat may be available next year)
ट्रायल के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में पहुंचे 150 नए गेहूं के बीज में से 10 किस्मों का ट्रायल 1 साल में पूरा हो जाएगा. साथ ही जल्द ही यह किस्म रिलीज हो जाएगी और किसानों को अगले वर्ष तक गेहूं के ये बीज मिल जाएंगी. इनमें से 36 गेहूं की किस्मों का ट्रायल 10 वर्ष तक चलेगा. इनमें से गेहूं की 10 किस्में ऐसी हैं, जिनमें मात्र एक पानी में फसल तैयार हो जाएगी. शेष सभी किस्मों का ट्रायल भी लगभग हर साल पूरा कर लिया जाएगा.
विगत वर्ष 10 गेहूं की नई किस्मों का ट्रायल रहा सफल (Trial of 10 new varieties of wheat was successful last year)
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि विगत वर्ष 10 गेहूं की नई किस्मों का ट्रायल शुरू हुआ था. इन सभी किस्मों का ट्रायल सफल रहा. इनका ट्रायल जारी है और जल्द ही रिलीज कर किसानों को उनका बीज उपलब्ध करवाया जाएगा.