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Updated on: 26 January, 2024 6:10 PM IST
भारत में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए एनडीडीबी की नई पहल

देश में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने एक बड़ी पहल की है. एनडीडीबी ने ब्राजील से बैल के वीर्य की 40 हजार डोज का आयात किया है. जिसकी पहली खेप भारत पहुंच चुकी है. ब्राजीलियाई दूतावास के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक, भारत ने कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पहली बार ब्राजील से बैल वीर्य की 40,000 खुराक का आयात किया है.

राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) का लक्ष्य भारतीय देशी नस्लों, गिर और कांकरेज की संख्या बढ़ाना और उनका दूध उत्पादन बढ़ाना है. एनडीडीबी एक सरकारी स्वामित्व वाली सहकारी संस्था है जो मदर डेयरी ब्रांड का स्वामित्व और संचालन करती है. पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि की है.

राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) का लक्ष्य भारतीय देशी नस्लों, गिर और कांकरेज की संख्या बढ़ाना और उनका दूध उत्पादन बढ़ाना है. एनडीडीबी एक सरकारी स्वामित्व वाली सहकारी संस्था है जो मदर डेयरी ब्रांड का स्वामित्व और संचालन करती है. पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि की है.

नई दिल्ली में ब्राजील के दूतावास में कृषि अताशे एंजेलो डी क्विरोज़ मौरिसियो ने कहा, "एनडीडीबी द्वारा 40,000 वीर्य खुराक का पहला आयात इसी महीने हुआ है. यह लंबे समय से की एक परियोजना है. तीन-चार साल से वे इस पर चर्चा हो रही थी. हालांकि यह एक कठिन चर्चा थी, लेकिन हम इसे हल करने में कामयाब रहे है और अब जाकर आयात हो पाया है." यह विकास ऐसे समय में हुआ है जब सरकार FY34 तक प्रति वर्ष 330 मिलियन टन (mt) दूध का उत्पादन करने का लक्ष्य बना रही है. भारत सरकार के एक बयान के अनुसार, भारत ने वित्त वर्ष 2023 में 230.6 मिलियन टन दूध का उत्पादन किया, जो एक साल पहले की तुलना में 3.8% की वृद्धि और वित्त वर्ष 2019 की तुलना में 22.8% की वृद्धि है.

भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है, जो वैश्विक उत्पादन में 24% का योगदान देता है, इसके बाद अमेरिका और चीन हैं. हालांकि, देश का मौजूदा दूध उत्पादन इसकी खपत के बराबर है और इसलिए, उत्पादन बढ़ाने के तरीके खोजने की जरूरत है क्योंकि मांग बढ़ने की उम्मीद है.

बता दें कि एनडीडीबी की ब्राजीलियाई बैल वीर्य को आयात करने की योजना को पिछले चार वर्षों में भारतीय नस्लों को खराब करने की चिंताओं के कारण स्वदेशी गाय प्रजनकों से मजबूत प्रतिरोध का सामना करना पड़ा. 2017 में सरकार ने ब्राजील से जमे हुए वीर्य को आयात करने की कोशिश की थी, लेकिन पशुपालकों की आपत्तियों के कारण निर्णय स्थगित करना पड़ा था. गिर या गिर भारत में उत्पन्न हुई प्रमुख जेबू नस्लों में से एक है. जेबू मवेशी दक्षिण पश्चिम एशिया में उत्पन्न हुए और भारतीय मवेशियों की तीन नस्लों से विकसित हुए हैं. इसे 18वीं शताब्दी में भावनगर के महाराजा ने ब्राजील को उपहार में दिया था, और ब्राजील ने गिर गायों की मूल नस्ल को संरक्षित किया है. पिछले कुछ वर्षों में, गिर एक उच्च दूध उत्पादक नस्ल बन गई है और चरम मौसम में जीवित रहने की अपनी क्षमता के कारण दक्षिण अमेरिकी देशों में काफी लोकप्रिय है.

English Summary: NDDB initiative to increase milk production 40 thousand doses of bull semen imported from Brazil
Published on: 26 January 2024, 06:11 PM IST

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