महज 10-12 दिन पहले ही पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफ़ा देकर पंजाब की चुनावी सरगर्मी को काफी बढ़ा दिया था. ऐसे में एक और खबर पंजाब से आई है. दरअसल कांग्रेस पार्टी की पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष और जाने माने क्रिकेटर नवजोत सिंह ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. सिद्धू के अचानक पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा के मामले को लेकर तरह-तरह की बातें उठ रही है.
नवजोत सिंह ने हाल ही में कृषि कानून को लेकर काफी मुखरता से अपनी बातों को सबके सामने रखते आए थे.हाल ही में पंजाब की 32 किसान जत्थेबंदियों से मुलाकात के बाद पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को चिट्ठी लिखकर अपनी कई मांगों को प्रमुखता से हल करने का अनुरोध किया था.
सिद्धू ने अपनी चिट्ठी में लिखते हुए कहा था कि राज्य में आंदोलन के दौरान कई किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जो अनुचित हैं. ऐसी सभी एफआईआर को जल्द से जल्द रद्द करवाया जाए और ये सुनिश्चित किया जाए की आगे फिर हमारे किसान भाइयों एवं बहनों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो.
किसानों के समर्थन में उतरे नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी कहा कि मंडियों में इन दिनों किसानों से उनके जमीनों की सूचि की मांग की जा रही है, ताकि उनकी जमीन का मालिकाना हक पता चल सके.
सिद्धू ने कहा था कि यह मांग किसानों को डराने वाली है. इससे उन्हें राहत दिलाई जाए. अपनी चिट्ठी में उन्होंने कैप्टन को किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य निगमों के माध्यम से दाल व तिलहन की खरीद और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के दायरे में अन्य फसलों को लाने का भी सुझाव दिया था. ऐसे में नवजोत सिंह का इस्तीफा देना क्या पंजाब के किसानों के लिए नुकसान दायक हो सकता है.
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