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Updated on: 4 February, 2023 12:52 PM IST
ईटानगर में 4 दिवसीय 'अरुण शिल्प मेला' का शुभारंभ

अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में नाबार्ड ने चार दिवसीय 'अरुण शिल्प मेला' का शुभारंभ किया है. नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने इस 4 दिवसीय अरुण शिल्प मेले का आयोजन ग्रामीण मार्टों को विपणन अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से किया है. अरुण शिल्प मेले का उद्घाटन गुरुवार (2 फरवरी) को मुख्य सचिव धर्मेंद्र ने नाबार्ड के जीएम पार्थो साहा और अन्य की मौजूदगी में किया.

रिपोर्टों के मुताबिक, इस मेले में अरुणाचल प्रदेश के दूरस्थ कोनों के उद्यमियों द्वारा लगभग 15 स्टॉल लगाए गए हैं. इस मेले में मुख्य सचिव धर्मेंद्र, उत्कृष्ट हस्तशिल्प वस्तुओं से लेकर पारंपरिक हथकरघा वस्त्र, प्रसंस्कृत कृषि उत्पाद जैसे अचार, मुरब्बा, शहद और सरसों का तेल, मोतियों और आभूषणों आदि से प्रभावित हुए.

नाबार्ड की एक विज्ञप्ति के अनुसार, "ग्रामीण बाजार या ग्रामीण दुकान अनिवार्य रूप से एसएचजी, एसएचजी संघों या एफपीओ के विपणन आउटलेट हैं, जिन्हें नाबार्ड द्वारा सूक्ष्म उद्यमों के लिए एंड-टू-एंड समाधान को बढ़ावा देने के उनके प्रयास के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है".

इस मेले के आयोजन पर नाबार्ड के जीएम पार्थो साहा ने कहा, "यह आयोजन प्रतिभागियों के बीच एक इंटरफेस भी बनाएगा, विचारों के आदान-प्रदान और उत्पादों की क्रॉस-सेलिंग को बढ़ावा देगा." उन्होंने कहा कि राज्य ने पिछले दो वर्षों में 16 ग्रामीण मार्ट और 13 ग्रामीण हाट को मंजूरी दी है.

राज्य के शिल्प और हथकरघा की विविधता को प्रदर्शित करने वाला यह मेला अगले चार दिनों तक रोजाना सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा.

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एक विकास बैंक के रूप में, नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि, लघु उद्योग, कुटीर और ग्राम उद्योग, हस्तशिल्प और अन्य ग्रामीण शिल्प, और अन्य संबद्ध आर्थिक गतिविधियों के प्रचार और विकास के लिए ऋण और अन्य सुविधाएं प्रदान करने और विनियमित करने के लिए जिम्मेदार है.

English Summary: NABARD inaugurated 4-day 'Arun Shilp Mela' at Itanagar, Arunachal Pradesh, know the highlights
Published on: 04 February 2023, 12:54 PM IST

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