भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां रबी सीजन में सरसों की खेती किसानों की प्रमुख तिलहनी फसलों में से एक है. इसकी खेती मुख्यतः राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर की जाती है. वहीं, सरसों को किसान कम लागत में अधिक लाभ देने वाली फसल मानते हैं क्योंकि यह अन्य तिलहनी फसलों की तुलना में कम इनपुट में ज्यादा उत्पादन देती है. यही कारण है कि समय-समय पर कृषि वैज्ञानिक और बीज कंपनियां सरसों की नई व उन्नत किस्में विकसित करती रहती हैं.
हाल ही में ‘शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स’ कंपनी ने SVJH-71 हाइब्रिड सरसों को किसानों के लिए उपलब्ध कराया है. यह किस्म रोगों के प्रति सहनशील होने के साथ-साथ ज्यादा उपज देने में सक्षम है. इसकी खेती से किसान भारी मुनाफा कमा सकते हैं. ऐसे में आइए SVJH-71 हाइब्रिड सरसों बीज के बारे में विस्तार से जानते हैं-
SVJH-71 हाइब्रिड सरसों की विशेषताएं
शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स द्वारा विकसित SVJH-71 हाइब्रिड सरसों किसानों के लिए कई मायनों में लाभकारी है. इसके पौधों की पत्तियां मध्यम आकार की होती हैं और शाखाएं पौधे के आधार यानी पौधे की कुछ ऊंचाई से ही शुरू हो जाती हैं. इस किस्म में द्वितीयक शाखाएं सघन होती हैं, जिससे पौधा ज्यादा फलियां धारण करता है. एक मुख्य शाखा पर 60 से 70 फलियां पाई जाती हैं जो लम्बी और सघन होती हैं.
इसकी प्रत्येक फली में औसतन 18 से 20 दाने होते हैं. इसके दानों का रंग काला और चमकदार है जो बाजार में अधिक दाम दिलाने में सहायक होता है. इस किस्म के 1000 दानों का वजन लगभग 6.2 ग्राम तक होता है. इसमें तेल की मात्रा 40 से 42.5 प्रतिशत तक पाई जाती है, जो इसे तेल उत्पादन के लिहाज से बेहद खास बनाती है. एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि इसकी फलियां अधिक पकने पर तिड़कती नहीं हैं, जिससे कटाई के समय दाने झड़ने का खतरा नहीं होता.
अधिक उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता
अखिल भारतीय समन्वित सरसों परियोजना के परीक्षणों के अनुसार SVJH-71 हाइब्रिड सरसों ने अन्य प्रचलित किस्मों की तुलना में 11.3 से 14.5 प्रतिशत तक अधिक पैदावार दी है. इसका मतलब है कि किसान समान खेत और संसाधनों में इस किस्म को अपनाकर 14.5 प्रतिशत तक अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. यह किस्म कई प्रमुख रोगों के प्रति सहनशील पाई गई है, जिससे किसानों को फसल सुरक्षा पर कम खर्च करना पड़ता है.
किसानों के लिए लाभकारी विकल्प
आज किसान ऐसी फसलें चाहते हैं जिनसे उन्हें कम लागत में अधिक मुनाफा मिले और जो जोखिम कम से कम हो. SVJH-71 हाइब्रिड सरसों इन्हीं गुणों के कारण किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. यह न केवल ज्यादा उपज देती है बल्कि बाजार में भी अच्छा दाम दिला सकती है. तेल की अधिक मात्रा और दानों की बेहतर गुणवत्ता इसे अन्य किस्मों की तुलना में और भी खास बनाती है.