देश में आज भी कुछ ऐसे लखपति और संपन्न परिवार मौजूद हैं, जो गरीबों के लिए निर्धारित सरकारी राशन का फर्जी तरीके से लाभ उठा रहे हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र का सागर जिला एक बार फिर बड़े राशन घोटाले के कारण सुर्खियों में आ गया है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में भारी स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है. सरकार द्वारा गरीब और पात्र परिवारों को दिए जाने वाले खाद्यान्न का लाभ हजारों सम्पन्न परिवार भी ले रहे थे, जिससे वास्तविक जरूरतमंदों को उनका हक नहीं मिल पा रहा था.
इसी स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने ऐसे परिवारों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है. आगे जानें कि कितने लोगों के नाम राशन पर्ची से हटाने की तैयारी चल रही है.
राशन पर्ची से कितने लोगों का नाम कटेगा?
मध्य प्रदेश के सागर जिले में हर वर्ष लगभग 20 करोड़ रुपये से अधिक का राशन वितरित किया जाता है. जांच में पता चला है कि लगभग 5,000 लखपति परिवार भी गरीब परिवारों के हिस्से का राशन उठा रहे थे. इनमें से कई परिवारों की वार्षिक आय और टर्नओवर बहुत अधिक है—यहां तक कि करीब 80 परिवारों का वार्षिक टर्नओवर 25 लाख रुपये से भी अधिक पाया गया है.
सरकार ने इस फर्जीवाड़े पर बड़ा एक्शन लेते हुए ऐसे परिवारों के नाम राशन पर्ची से हटाने का निर्णय लिया है. प्रशासन के अनुसार, इस कार्रवाई में कुल 17,000 लोगों के नाम सूची से हटाए जाने की तैयारी पूरी हो चुकी है.
क्यों बढ़ रहे फर्जी राशन के मामले?
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कई परिवार अपनी आर्थिक स्थिति सुधरने के बाद भी अपना दस्तावेज अपडेट नहीं करवाते, जिससे गलत तरीके से लाभ उठाते रहते हैं.
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ऑनलाइन और ऑफलाइन डेटा में असमानता होने के कारण भी ऐसे मामले बढ़ते जा रहे हैं.
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कई क्षेत्रों में आय की नियमित जांच या ऑडिट न होने से भी फर्जीवाड़ा जारी रहता है.
कैसे होगी रिकवरी?
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, कार्रवाई सिर्फ राशन पर्ची तक सीमित नहीं रहेगी. जिन परिवारों ने वर्षों तक गलत तरीके से राशन लिया है, उनके राशन कार्ड भी रद्द किए जाएंगे. साथ ही, गंभीर मामलों में सरकार सख्त दंडात्मक कार्रवाई भी कर सकती है, जिसमें जुर्माना व वसूली शामिल हो सकती है.
कैसे की जाएगी कार्रवाई?
जिला प्रशासन ने गलत तरीके से राशन लेने वालों पर त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कार्रवाई इस प्रकार होगी-
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पहले लखपति परिवारों के घरों पर नोटिस भेजा जाएगा.
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इसके बाद परिवार की आर्थिक स्थिति की जांच की जाएगी.
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जांच में दोषी पाए जाने पर राशन पर्ची से नाम तुरंत हटा दिया जाएगा.