Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 15 January, 2023 5:33 PM IST
प्लेन क्रैश: 64 से अधिक लोगों की हुई मौत

नेपाल प्लेन क्रैश में दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. दरअसल नेपाल में प्लेन हादसे के बाद से यात्रियों के शव को निकाला जा रहा हैजिसकी संख्या अब तक 64 से अधिक पहुंच चुकी है. यह भी बताया जा रहा है कि इसमें भारतीय शव है. इस सिलसिले में नेपाल सरकार ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. बता दें कि एयरलाइंस की ATR-72 फ्लाइट पोखरा एयरपोर्ट पहुंचने से 10 सेकेंड पहले ही हादसा हो गया. यह विमान पोखरा घाटी में सेती नदी की खाई में जा गिरा. आज से ठीक 15 दिन पहले ही इस पोखरा एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया था. 

खाई में गिरा विमान से यात्रियों के शव को निकालते हुए सुरक्षा कर्मचारी
विमान पोखरा घाटी में सेती नदी की खाई में जा गिरा
प्लेन क्रैश की आग बुझाते हुए दमकल कर्मचारी
नेपाल में हुआ प्लेन क्रैश
English Summary: More than 64 dead bodies removed after Nepal plane crash, rescue operation continues
Published on: 15 January 2023, 05:39 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now