11 जुलाई 2025, नई दिल्ली: भारत में मोंटेनेग्रो के राष्ट्रीय दिवस का आयोजन बहुत ही भव्य और चमक-दमक से भरपूर रहा. इस आयोजन में दुनियाभर की जानी-मानी हस्तियां, राजदूत, उच्चायुक्त और भारत में तैनात कई देशों के राजनयिक शामिल हुए. सभी ने मोंटेनेग्रो के साथ अच्छे संबंधों और वैश्विक सहयोग की सराहना की.
इस खास अवसर पर एरीट्रिया के डीन ऑफ डिप्लोमैट्स और भूटान के डिप्टी डीन के साथ-साथ अरब लीग, AARDO के सदस्य देशों, और कई अन्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे.
भारत सरकार की ओर से विदेश मंत्रालय (MEA) ने सुश्री पूजा कपूर, अतिरिक्त सचिव, को मुख्य अतिथि के रूप में नामित किया. उन्होंने भारत और मोंटेनेग्रो के बीच बढ़ते व्यापार, पर्यटन और आपसी सहयोग की प्रशंसा की.
मोंटेनेग्रो की मानद कॉन्सुल जनरल, डॉ. जानिस दरबारी का संबोधन
डॉ. जानिस दरबारी, जो भारत में मोंटेनेग्रो की मानद कॉन्सुल जनरल हैं, ने अपने भाषण में लोकतांत्रिक मूल्यों की चर्चा की. उन्होंने बताया कि कैसे संवाद और विचार-विमर्श से दुनिया में शांति लाई जा सकती है, खासकर संघर्षरत देशों के बीच. उन्होंने 2006 में हुए मोंटेनेग्रो के जनमत संग्रह (रेफरेंडम) का ज़िक्र किया, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान ने भी सराहा था.
डॉ. दरबारी ने विश्व शांति के अपने प्रयासों के तहत PTC टेलीविज़न के साथ मिलकर बनाई जा रही अपनी आगामी फीचर फिल्म का एक प्रोमो भी लॉन्च किया.
एक ऐतिहासिक फिल्म की योजना
भारत और मोंटेनेग्रो के बीच सहयोग को और मज़बूत करने के अपने प्रयासों में, डॉ. जानिस दरबारी एक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म बनाने की योजना पर काम कर रही हैं. इस फिल्म का नाम होगा: "The Real Story - The Administrator: Jagdishwar Nigam I.C.S. Vs. The British Raj"
यह फिल्म श्रीमती शीला दरबारी, डॉ. जानिस दरबारी और डॉ. राज दरबारी द्वारा लिखी गई पुस्तक पर आधारित है.
बलिया का वैश्विक मंच पर सम्मान
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से आए प्रतिनिधियों – प्रोफेसर सुधांशु मिश्रा (पूर्णानंद हाई स्कूल, डूबेचपरा), बीरेंद्र माली, और अरुण कुमार (इंडियन एक्सप्रेस न्यूज़ ग्रुप) ने कहा, “हमें गर्व है कि मानद कॉन्सुल जनरल डॉ. दरबारी का बलिया से भावनात्मक जुड़ाव है. इसी वजह से बलिया को विश्व इतिहास के पन्नों में जगह मिली है.”
उन्होंने बताया कि डॉ. दरबारी के दादा जगदीश्वर निगम, जो 1923 बैच के ICS अधिकारी थे, ने बलिया में 19 अगस्त 1942 को स्वतंत्रता की घोषणा की थी और 'औपनिवेशिक शासन से लोकतंत्र' की नीति तैयार की थी. एक 95 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी रामविचार पांडे, जिन्होंने बलिया की 1942 की क्रांति देखी थी, को भी सभा में सम्मानित किया गया.
उत्तराखंड से प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी
उत्तराखंड से आए प्रतिनिधियों में शामिल थे:
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क्षितिज डोभाल, संस्थापक एवं सीईओ, Unhu Innovation Centre
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डॉ. गीता खन्ना, अध्यक्ष, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग और FICCI FLO उत्तराखंड.
उन्होंने डॉ. जानिस दरबारी को धन्यवाद दिया कि उन्हें 80 से अधिक देशों के राजनयिकों के साथ बातचीत करने और मोंटेनेग्रो का राष्ट्रीय दिवस मनाने का अवसर मिला.
संगीत, नृत्य और फैशन का संगम
पूरे कार्यक्रम में मोंटेनेग्रो की संगीतमय धुनें बजती रहीं, जिनमें खासकर ‘Lara’s Theme’ बहुत पसंद की गई. बॉल रूम डांसिंग का आयोजन हुआ, जिसमें मशहूर डिजाइनर रॉज़ी आहलूवालिया के डिज़ाइन किए हुए कपड़े पहने गए. इस सुंदर आयोजन की योजना और प्रस्तुति Ms. राज दरबारी ने की, जो एक लेखिका, लेखक और फिल्म निर्माता हैं. यह आयोजन सभी के लिए एक यादगार शाम बन गया.