महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने किया Tractor Ke Khiladi प्रतियोगिता का आयोजन, तीन किसानों ने जीता 51 हजार रुपये तक का इनाम Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 20 May, 2021 8:22 PM IST
Pm Modi

कल तक जिन चेहरों में तनाव दिख रहा था. जिन चेहरों में भविष्य की चिंताएं झलक रही थी. महामारी सरीखी इस विकराल परिस्थिति में जो दुविधाओं के सैलाब में सराबोर हो चुके थे, उन सभी के लिए पीएम मोदी ने न आव देखा न ताव देखा और गुजरात से फौरन दिल्ली की उड़ान भरी और अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों संग बैठक कर ऐसा फैसला ले लिया जिससे  बेसाख्ता ही सही, मगर कल तक तनाव में रहने वाले लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहटों ने जरूर अपना ठिकाना बना लिया. ज़रा हमारी इस खास रिपोर्ट में तफसील से जानिए पूरा माजरा... !

ज़रा जानें पूरा माजरा

असल में विगत बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में  फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि  की बढ़ती कीमतों को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार ने खाद की कीमतों में इजाफा कर दिया था, जिसकी वजह से किसान भाइयों को बड़ा झटका लगा. किसान भाइयों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए, क्योंकि महामारी काल में वैसे भी किसान भाइयों की बदहाली अपने चरम पर पहुंच चुकी है. सभी मंडियां पहले से ही बंद चल रही है. बाजार में मांग न के बराबर है. ऐसे में सरकार द्वारा खाद की कीमतों में इजाफा करना यकीनन किसान भाइयों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. वहीं, विपक्षी दलों ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले को बड़ा मुद्दा बनाते हुए मोर्चा खोल दिया था. इतना ही नहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने तो यहां तक कह दिया था कि बीजेपी इस देश के किसानों को गुलाम बनाने की साजिश रच रही है, मगर हम इनकी साजिशों को सफल नहीं होने देंगे, लिहाजा कांग्रेस ने मोदी सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की थी.

आखिरकार, कल गुजरात दौरे के लिए रवाना हो चुके पीएम मोदी ने फौरन दिल्ली पहुंचकर गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और कैबिनेट मंत्री सदानंद गौडा संग बैठकर फौरन अपने द्वारा लिए गए इस फैसले को वापस ले लिया है. मोदी सरकार ने अपने फैसले में साफ कह दिया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद की बढ़ती कीमतों के बावजूद भी किसान भाइयों को पूर्ववर्ती कीमतों पर ही खाद उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि उन्हें कोरोना काल में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े.  

सरकार ने लिया ऐसा अभूतपूर्व फैसला

यहां हम आपको बताते चले कि DAP खाद के लिए सब्सिडी 500 रुपए प्रति बैग से, 140 प्रतिशत बढ़ाकर 1200 रुपए प्रति बैग, करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया. इस प्रकार, DAP की अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमतों में वृद्धि के बावजूद, इसे 1200 रुपए के पुराने मूल्य पर ही बेचे जाने का निर्णय लिया गया है. वहीं, इस फैसले के संदर्भ में पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर विस्तृत जानकारी दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में बढ़ोतरी के बावजूद हमने उन्हें पुरानी दरों पर ही खाद मुहैया कराने का निर्णय लिया है. आज के फैसले के बाद DAP खाद का एक बैग 2400 रु की जगह 1200 रु में ही मिलेगा. 

कोरोना काल में बेहाल हैं किसान

आपको तो पता ही है कि किसान भाइयों ने अपने आपको कोरोना की पहली लहर के दौरान जैसे तैसे संभाल लिया था, मगर कोरोना की दूसरी लहर अब उनके लिए बर्दाश्त के दायरे से बाहर जा चुकी है. किसान भाई औने-पौने दाम पर अपनी फसलों को बेचने को मजबूर हो चुके हैं. कोरोना के बढ़ते कहर को ध्यान में रखते हुए देशभर में मंडियों के बंद होने का सिलसिला वैसे ही शुरू हो चुका है. ऐसे में सरकार ने और खाद की कीमतों को बढ़ाने का फैसला ले लिया था, जिससे किसान भाइयों की मुश्किल और ज्यादा बढ़ गई थी. खैर, राहत का सबब यह रहा है कि वक्त रहते ही सरकार ने अपने इस फैसले को वापस ले लिया है.

English Summary: modi govt took a big decision regarded to compost
Published on: 20 May 2021, 08:27 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now