उत्तर प्रदेश समेत 4 राज्यों में इस बार बीजेपी ने अपनी जीत दर्ज की है. चुनाव से पहले सरकार ने आम जनता से कई वादे किये थे, जिसको लेकर अब जनता के बीच यह चर्चा का विषय बनता नजर आने लगा है. लोगों का कहना है कि अब तो सरकार भी बन गयी अब वादे कब पूरे किये जाएंगे.
इस बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना के अंतर्गत सभी युवाओं को 4000 रुपए की मदद राशि सरकार के ओर से दी जाएगी.
रजिस्ट्रेशन लिंक के साथ वायरल हो रहा पोस्ट (Viral post with registration link)
आपको बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो लगे एक पत्र में इस योजना के बारे में यह दावा किया जा रहा कि प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है. अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्द ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर लें. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि इस योजना के अंतर्गत सभी युवाओं को 4000 रुपये की मदद मिलेगी. इतना ही नहीं, इस वायरल पोस्ट में रजिस्ट्रेशन करने लिए लिंक भी दिए गए हैं.
ऐसे मैसेज का ना करें रिप्लाई (Do not reply to such messages)
अगर ऐसा कोई मैसेज आपको भी किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म या अन्य कहीं भी दिखाई देता है, तो उस पर यकीन करने से पहले उससे जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त कर लें. यह सुनिश्चित कर लें की यह पोस्ट और योजना की जानकारी सही है या नहीं. साइबर ठगों की नजर आपकी जमा पूंजी पर है, हो सकता है कि आपके खाते से पैसे कट जाएँ.
बता दें कि पीआईबी भारत सरकार की नीतियों, कार्यक्रम पहल और उपलब्धियों के बारे में समाचार-पत्रों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को सूचना देने वाली प्रमुख एजेंसी है. आप यहाँ पर सोशल मीडिया या किसी भी सकारी दावे की पुष्टि कर सकते हैं कि यह योजना सही है या नहीं. पीआईबी ने इस दावे को लेकर लोगों को आग्रह करते हुए ट्वीट किया है.
पीआईबी ने ट्वीट कर लोगों को किया आगाह (PIB warned people by tweeting)
पीआईबी फैक्ट चेक ने आग्रह करते हुए ट्वीट किया है कि यह प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा दावा फर्जी है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है. ऐसी फर्जी वेबसाइट पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें. इससे आपका व्यक्तिगत नुकसान हो सकता है.
ऐसी फर्जी खबर की यहां करें शिकायत
सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजना या सरकारी कोई भी खबर सच है या नहीं, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है. कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 8799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है. आपको तुरंत PIB Fact Check कि ओर से जानकारी दी जाएगी.