MNREGA Scheme Update: यूपी सरकार ने राज्य के मजदूरों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है. राज्य सरकार ने मनरेगा स्कीम / MNREGA Scheme के तहत मिलने वाली मजदूरी दर में बढ़ोतरी की है. वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत उत्तर प्रदेश में मजदूरी दर में 15 रुपये की वृद्धि की गई है. अब संशोधित मजदूरी दर 252 रुपये प्रतिदिन हो गई है. हालांकि, यह बढ़ोतरी देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है.
आइए यहां जानते हैं कि भारत के अन्य राज्य में मनरेगा मजदूरी दर/ MNREGA Wage Rate में कितनी है और उत्तर प्रदेश के मजदूरों को फिलहाल कितनी मजदूरी मिलती है.
हरियाणा में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की तुलना में अन्य राज्यों ने मजदूरी दर में अधिक बढ़ोतरी की है. हरियाणा में 26 रुपये की बढ़ोतरी के साथ मजदूरी 400 रुपये प्रतिदिन तक पहुंच गई है, जोकि मनरेगा के इतिहास में पहली बार हुआ है. वहीं, दिल्ली और दक्षिण भारतीय राज्यों में भी मजदूरी दर यूपी की तुलना में अधिक है.
कम मजदूरी से श्रमिकों पर असर
उत्तर प्रदेश में मनरेगा मजदूरी दर कम होने से लाखों ग्रामीण श्रमिकों पर सीधा असर पड़ेगा. यह योजना उन परिवारों के लिए जीवनरेखा का काम करती है, जो अकुशल श्रम करके अपनी आजीविका चलाते हैं. मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक, मनरेगा सिर्फ रोजगार ही नहीं, बल्कि गांवों के विकास में भी अहम भूमिका निभाता है. जल संरक्षण, ग्रामीण सड़कों और बुनियादी ढांचे के निर्माण जैसे कार्यों पर जोर दिया जाता है.
मनरेगा के तहत हुए कार्य
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2017-18 से अब तक 5,18,021 ग्रामीण संपर्क मार्गों का निर्माण किया गया, जिस पर 10,825.18 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 78,272 ग्रामीण संपर्क मार्गों का निर्माण पूरा किया गया है, जिन पर 642.17 करोड़ रुपये खर्च हुए.
उत्तर प्रदेश में मजदूरी दर में मामूली बढ़ोतरी होने से ग्रामीण श्रमिकों की आर्थिक स्थिति पर बड़ा असर पड़ सकता है. अब राज्य की जनता के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि क्या सरकार आने वाले समय में इसमें और संशोधन करेगी या फिर श्रमिकों को अन्य रोजगार विकल्प तलाशने पड़ेंगे?