बिहार पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के नव-नियुक्त मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने मंगलवार को बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (BASU), पटना का दौरा किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इन्द्रजीत सिंह सहित बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जे.के. प्रसाद व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि कुलपति डॉ. इन्द्रजीत सिंह ने मंत्री को विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, शोध और प्रशासनिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पशुपालन और मत्स्य क्षेत्र की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मीट, अंडा, दूध और मछली जैसे ‘सुपर फूड’ आज देश की पोषण-सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण आधार हैं।
विशेष रूप से, कुलपति ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि यह क्षेत्र ऐसा है जहां भूमि के अभाव वाले लोग भी सफल उद्यम स्थापित कर बेहतर आमदनी अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों के शत-प्रतिशत प्लेसमेंट, चारों अंगीभूत महाविद्यालयों की प्रगति, तथा आई.वी.एफ. (IVF) एवं इ.टी.टी. (ETT) जैसी उन्नत तकनीकों में हासिल की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों की भी जानकारी साझा की।
भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए डॉ. सिंह ने संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रस्तावित इन्क्यूबेशन सेंटर की अवधारणा प्रस्तुत की। इस सेंटर का मुख्य उद्देश्य दुग्ध उत्पादन एवं प्रसंस्करण क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देना है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
इस अवसर पर मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने विश्वविद्यालय की पहल की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार का लक्ष्य विकास को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है, ताकि जमीनी स्तर पर लोगों को योजनाओं का वास्तविक लाभ मिल सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ग्रामीण व कृषक समुदाय की समृद्धि तथा पशु-संसाधन आधारित आजीविका विस्तार के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।