MFOI 2023 अवार्ड शो के तीसरे और अंतिम दिन के दूसरे सत्र में वैश्विक बाजार स्तर पर कृषि आय में बढ़ोतरी के लिए निर्यात का लाभ उठाने पर चर्चा की गई. कृषि क्षेत्र में किसानों की आय बढ़ाने को लेकर महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित द मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2023 के मंच पर सभी स्पीकर्स ने अपने-अपने विचारों को व्यक्त किया. बता दें कि दूसरे सत्र का फोकस किसानों की आय बढ़ाने में कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके), कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों (एटीएआरआई) से जुड़े विभिन्न हितधारकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर रहा.
तीसरे दिन के सत्र में सैनी हेवी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड का प्रतिनिधित्व करने वाले अमित गुप्ता ने अपनी कंपनी की उपलब्धियों को प्रस्तुत की और उन्होंने कार्यक्रम में लगे स्टॉल पर गर्व व्यक्त किया, जिसमें अत्याधुनिक मशीनों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की गई थी. आगे उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित लोगों को अधिक जानकारी के लिए प्रदर्शनी का पता लगाएं और अधिक से अधिक जानकारी को एकत्रित करें. साथ ही उन्होंने कहा "हमारा स्टॉल यहां विभिन्न मशीनों को प्रदर्शित करते हुए स्थापित किया गया है, और मैं चाहता हूं कि आप यहां से अधिक जानकारी इकट्ठा करें."
वहीं, ब्रिजेश त्रिपाठी ने आदर्श बदलाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, मैंने एक सामाजिक मंच बनाया है जहां एक हजार से अधिक उद्यमियों के साथ एक लाख से अधिक किसान हमारे साथ जुड़े हुए हैं और एक साथ मिलकर खेती-किसानी में अन्य दूसरे किसानों की मदद करते हैं.
अटारी, जोन-XI के निदेशक डॉ. वीवी सुब्रमण्यन ने एमएफओआई को वैश्विक मंच के महत्व पर जोर देते हुए एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत किया. उन्होंने आग्रह किया कि भारत का मूल्यांकन केवल उसकी विकासात्मक स्थिति के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि कृषि में सार्थक योगदान देने वाले राष्ट्र के रूप में किया जाना चाहिए.
अटारी के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. एसआरके सिंह ने पूरे आयोजन के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने किसानों के प्रयासों को पहचानने और उनकी सराहना करने के महत्व को रेखांकित किया और उन्हें प्रगति और अच्छा प्रदर्शन करने पर समाज के गुमनाम नायकों के रूप में पहचान दिलाई.
अटारी, जोन-V के निदेशक डॉ. प्रदीप डे ने कृषि में ड्रोन के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला. उन्होंने 40 प्रतिशत तक कीटनाशक इनपुट को बचाने और भूमि प्रदूषण को रोकने में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी साझा की. उन्होंने कह टिकाऊ और कुशल कृषि पद्धतियों के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी को अपनाना चाहिए.
इसी के साथ मंच पर मौजूद अन्य सभी अतिथियों ने भी अपने-अपने विचारों को व्यक्त किया. अंत में सत्र के किसानों को कृषि क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए किसानों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. कृषि जागरण के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक और प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक ने दूसरे सत्र में मौजूद सभी अतिथियों व किसानों को धन्यवाद दिया.