Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 22 April, 2023 10:29 AM IST
मिलेट्स खेती किसानों के लिए वरदान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शुक्रवार यानी 21 अप्रैल, 2023 के दिन जोधपुर स्थित केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण व उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय "मिलेट्स मेला एवं प्रदर्शनी" (Millets Fair and Exhibition) के समापन दिवस में भाग लिया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत एवं केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण व उद्योग राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल सहित कृषि वैज्ञानिक एवं प्रगतिशील किसान भी उपस्थित रहे.

कार्यक्रम केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ मेले में मिलेट्स से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन किया. साथ ही कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की मेजबानी में हो रहे "अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष" (International Year of Millets) के तहत श्री अन्न (Shree Anna) को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के साथ-साथ हर थाली में पहुंचाने को लेकर उपस्थित किसानों व कृषि वैज्ञानिकों से खेती किसानी से जुड़े विषयों पर संवाद किया और अपने विचारों को भी व्यक्त किया.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मिलेट्स मेला समारोह (Millets Fair Festival) को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि मोटे अनाज जिसमें विशेषकर बाजरा, ज्वार, मक्का, रागी सम्मिलित है, इस मिलेट्स (मोटे अनाज) का देशभर में उपयोग और उपभोग को बढ़ाने की आवश्यकता है.

इन मोटे अनाजों में पौष्टिकता भरी हुई है, आज भारत विश्व का सबसे ज्यादा युवा देश है और इस पीढ़ी का स्वास्थ्य बेहतर रहना जरूरी है. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि हमें मिलेट्स को अपने भोजन में प्राथमिकता देनी होगी और जंक फूड से तौबा करनी होगी, तभी हमारा देश दुनिया में अपनी शक्ति का लोहा मनवा कर आगे बढ़ पाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार मोटे अनाजों को देश और दुनिया में बढ़ावा देने को लेकर कृत संकल्पित है तथा इसको लेकर लगातार काम कर रही है.

ये भी पढ़ें: बीज उत्पादन की चुनौतियों से निपटने के लिए साथी पोर्टल और मोबाइल ऐप हुआ लॉन्च

कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि मिलेट्स मोटे अनाज की खेती (Cultivation of Coarse Cereals) छोटे किसानों के लिए वरदान साबित होती है क्योंकि इससे जहां इसमें पानी और उर्वरकों की कम जरूरत होती है. वहीं इससे कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है.

English Summary: Millets farming is a boon for small farmers, it is strengthening the agricultural economy: Kailash Chaudhary
Published on: 22 April 2023, 10:37 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now